आरएसएस नेता ने कहा, गाय पर जितने भी शोध चल रहे हैं, वे बताते हैं कि इसकी सुरक्षा मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह बात हिंदुओं, मुसलमानों, ईसाइयों पर लागू होती है और भारत, अमेरिका व अन्य सभी स्थानों पर लागू होती है, क्योंकि प्रकृति हर जगह एक जैसी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता सुरेश उर्फ भैयाजी जोशी ने कहा कि गाय का संरक्षण हर धर्मावलंबियों के हित में है, चाहे हिंदू, मुसलमान या ईसाई ही क्यों न हो। यह सभी देशों के हित में भी है। जोशी ने इस बात पर दुख जताया कि भारत के लोगों को अब भी गाय संरक्षण के महत्व के बारे में समझाना पड़ रहा है।संघ की कार्यकारी समिति के सदस्य और पूर्व महासचिव भैयाजी जोशी बुधवार को गोरक्षण सभा की एक नई परियोजना के ‘भूमि पूजन’ पर सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, अतीत में हिंदू समुदाय कई अन्य मुद्दों के साथ-साथ गायों के प्रति उदासीन हो गया था, लेकिन कुछ लोगों ने 1888 में गोरक्षण सभा के माध्यम से गोरक्षा (गाय संरक्षण) के लिए काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, लेकिन यह बुरा है कि हमें भारत में गाय संरक्षण का कार्य करना पड़ रहा है। यह दर्दनाक है कि हमें लोगों को भारत में गाय संरक्षण के महत्व को समझाना पड़ रहा है। गोमाता (गाय) एक अत्यंत संवेदनशील प्राणी है।
गाय की सुरक्षा मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण
आरएसएस नेता ने कहा, गाय पर जितने भी शोध चल रहे हैं, वे बताते हैं कि इसकी सुरक्षा मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह बात हिंदुओं, मुसलमानों, ईसाइयों पर लागू होती है और भारत, अमेरिका व अन्य सभी स्थानों पर लागू होती है, क्योंकि प्रकृति हर जगह एक जैसी है। आरएसएस नेता ने कहा कि भूमि का संरक्षण उस पर होने वाले अत्याचारों को खत्म करने का एक तरीका है। गोमाता की हर चीज मानव जीवन की रक्षा करती है और उसका पोषण करती है। मानव के अस्तित्व के लिए गायों का जीवित रहना जरूरी है