कुमारस्वामी ने कहा कि ‘वो (तमिलनाडु) सुप्रीम कोर्ट गए हैं, तो पहले फैसला आने दीजिए। हमें तब तक परेशान होने की जरूरत नहीं है।’
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा ‘मैं 21 सितंबर को दिल्ली जा रहा हूं। वहां भाजपा और जेडीएस के बीच गठबंधन पर चर्चा होगी, साथ ही अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी जैसे कावेरी जल बंटवारा मुद्दा। वो (तमिलनाडु) सुप्रीम कोर्ट गए हैं, तो पहले फैसला आने दीजिए। हमें तब तक परेशान होने की जरूरत नहीं है। हमें पानी छोड़ने की जरूरत नहीं है। कर्नाटक सरकार को इस मुद्दे पर कड़ा कदम उठाने की जरूरत है।’
कावेरी नदी के जल बंटवारे को लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक में विवाद है। तमिलनाडु सरकार ने कर्नाटक से 24 हजार क्युसेक पानी छोड़ने की मांग की थी। बीती 17 अगस्त को कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण ने कर्नाटक सरकार को अगले 15 दिनों में तमिलनाडु को 10 हजार क्युसेक पानी छोड़ने का निर्देश दिया था। कर्नाटक में मानसून के दौरान पर्याप्त बारिश ना होने की वजह से कर्नाटक के किसान संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। जिसके चलते फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।
पार्टी नेतृत्व करेगा अंतिम फैसला
बता दें कि कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा और जेडीएस के बीच गठबंधन की चर्चाएं चल रही हैं। बीते दिनों जेडीएस सुप्रीमो और पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने भाजपा के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे और कहा था कि उनकी संभावित गठबंधन को लेकर भाजपा नेतृत्व के साथ चर्चा हुई है। कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी नेतृत्व अंतिम फैसला करेगा।
कर्नाटक में लोकसभा की कुल 28 सीटें हैं। 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने कर्नाटक में 28 में से 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था। कर्नाटक में वोक्कालिंगा समुदाय पर जेडीएस की पकड़ मानी जाती है और वीरशैव लिंगायत समुदाय पर भाजपा का दबदबा रहा है और ये दोनों समुदाय कर्नाटक की राजनीति में काफी अहम माने जाते हैं। ऐसे में अगर दोनों पार्टियां एक साथ आती हैं तो लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों को फायदा मिल सकता है।