किम जोंग उन की यह यात्रा डब्ल्यूपीके और डीपीआरके-रूस के संबंधों के रणनीतिक महत्व को प्राथमिकता देना है। डब्ल्यूपीके का मतलब वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया और डीपीआरके डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के नाम से जाना जाता है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने मॉस्को पहुंचे हैं। यहां दौरे पर उनका औपचारिक स्वागत किया गया। पिछले चार सालों में यह किम जोंग उन की पहली रूस यात्रा है। रूस दौरे पर किम जोंग उन ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के संबंधों के रणनितिक महत्व को प्रदर्शित करता है।
दोनों देशों के बीच हथियारों को लेकर होगा समझौता?
गौरतलब है कि अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह ही खुफिया जानकारी दी थी कि पुतिन और किम जोंग जल्द ही हथियार सौदे पर पूर्वी रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में मुलाकात करने वाले हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर कोरिया रूस को यूक्रेन युद्ध में हथियार सप्लाई कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि बीते साल भी उत्तर कोरिया ने रूस को मिसाइल और रॉकेट की सप्लाई की थी। वैगनर ग्रुप ने इसी हथियार का इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में किया था। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु ने भी बीते महीने उत्तर कोरिया का दौरा किया था।
कोविड-19 के बाद से किम जोंग उन का यह पहला विदेश दौरा है। मंगलवार की सुबह किम रूस के सीमावर्ती शहर खासन पहुंचे। वहां के ट्रेन स्टेशन पर मॉस्को और स्थानीय क्षेत्रों के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। रूस का सफj तय करने के लिए उन्होंने अपनी बख्तरबंद शाही ट्रेन का इस्तेमाल किया। एक रिपोर्ट में कहा गया कि उनकी यह यात्रा डीपीआरके और रूस के बीच मित्रता और सहयोग संबंधों को उच्च स्तर पर ले जा सकती है।