पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले टीम इंडिया को बेहद कमजोर आंका जा रहा था। हालांकि, मैच में कुछ अलग ही हुआ। पहले बल्लेबाजों ने पाकिस्तानी गेंदबाजों को जमकर धोया फिर तेज गेंदबाजों ने दिखाया की भारतीय गेंदबाजी पाकिस्तान से कहीं बेहतर है।
इस मैच में भारत की हर कमजोरी दूर हो गई। सभी बल्लेबाज फॉर्म में लौटे और मध्यक्रम में कोहली और राहुल ने शतक लगाकर साफ कर दिया कि यह भारत के लिए कोई कमजोर कड़ी नहीं है। वहीं, तेज गेंदबाजी में बुमराह की अगुआई में सिराज, हार्दिक और शार्दुल सभी ने कमाल का प्रदर्शन किया। स्पिन विभाग में कुलदीप ने अकेले ही विकेट लेने की जिम्मेदारी संभाली और पाकिस्तानी बल्लेबाज उन्हें नहीं खेल पाए। हालांकि, टीम इंडिया को अपनी फील्डिंग और राहुल को विकेटकीपिंग पर काम करना होगा, क्योंकि भारत ने इस मैच में कई कैच टपकाए, जो किसी करीबी मैच में हार-जीत का अंतर बन सकते हैं।
कोहली और राहुल का कमाल
मैच से पहले विराट कोहली की फॉर्म और राहुल की फिटनेस पर भी सवाल थे, लेकिन इन दोनों ने अपने बल्ले से हर सवाल का जवाब दिया। भारत ने दो रन के अंतराल में अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों को गंवा दिया था। ऐसे में पाकिस्तान के वापसी का मौका था। हालांकि, इन दोनों ने संभलकर बल्लेबाजी की और क्रीज में नजरें जमाईं। ये दोनों सेट हुए तो बारिश आ गई और लगभग 24 घंटे बाद दोनों फिर से बल्लेबाजी के लिए आए। हालांकि, इसके बाद भी दोनों ने वहीं से शुरुआत की जहां पिछले दिन छोड़ा था। दोनों ने 71 गेंद में 50 रन जोड़े फिर शतकीय साझेदारी की। इसके बाद दोनों ने तेजी से रन बनाए और अंत तक नाबाद रहे। इस जोड़ी ने 194 गेंद में 233 रन की नाबाद साझेदारी की।
विराट ने अपना पारंपरिक खेल खेला और भागकर ज्यादा रन बनाए। उन्होंने पारी की शुरुआत में बाउंड्री के जरिए कम ही रन बनाए। विराट ने 55 गेंद में अपना अर्धशतक किया, लेकिन इसमें सिर्फ चार चौके शामिल थे। उनका शतक सिर्फ 84 गेंद में हुआ, लेकिन उसमें भी छह चौके और दो छक्के ही शामिल थे, जबकि 58 रन बनाने वाले गिल 10 चौके लगाकर आउट हुए थे। अंत में विराट ने तेजी से रन बनाए और 94 गेंद पर नौ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 122 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने आखिरी तीन गेंदों में 14 रन बटोरे।
राहुल लंबे समय बाद वापसी कर रहे थे। उनकी फिटनेस और फॉर्म पर सवाल थे। उन्होंने सभी का बखूबी जवाब दिया। वह बल्लेबाजी के लिए विराट के बाद आए थे, लेकिन उनसे पहले अर्धशतक और शतक लगाया। भारत के दो विकेट जल्दी गिरने के बाद पाकिस्तानी गेंदबाज दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन राहुल ने नियमित अंतराल पर चौके लगाए और टीम इंडिया पर दबाव नहीं बनने दिया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से कोहली की भी मदद की। वहीं, जब कोहली ने लय पकड़ी तो राहुल शांत हो गए और उन्हें तेजी से रन बनाने का मौका दिया। 106 गेंद में 111 रन बनाकर नाबाद रहे।
कुलदीप की फिरकी का जलवा
टीम इंडिया में वापसी के बाद कुलदीप यादव भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाज रहे हैं और इस मैच में भी उन्होंने इसे साबित किया। वह पाकिस्तान की पारी के 18वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए। इस समय तक पाकिस्तान के तीन सबसे बेहतरीन बल्लेबाज आउट हो चुके थे, लेकिन 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत से मैच छीनने वाले फखर जमान क्रीज पर जमे हुए थे। कुलदीप ने इन्हें ही अपना पहला शिकार बनाया। इसके बाद उन्होंने आगा सलमान, शादाब खान, इफ्तिखार अहमद और फहीम अशरफ को भी आउट किया। इस बीच उनकी गेंदों में विकेट के कई अन्य मौके भी बने। पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज उन्हें नहीं पढ़ पा रहा था। जब से वह गेंदबाजी के लिए आए तो सारे विकेट उन्होंने ही लिए। कुलदीप ने 25 रन देकर पांच विकेट लिए। विश्व कप में वह भारत के ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं।
बुमराह-सिराज का कमाल
इस मैच से पहले पाकिस्तानी गेंदबाजों को बहुत बेहतर माना जा रहा था। वहीं, भारत के जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर भी सवाल था, लेकिन जब भारतीय टीम गेंदबाजी करने उतरी तो सभी जवाब मिल गए। बुमराह ने पहले इमाम उल हक को आउट किया फिर दुनिया के नंबर एक वनडे बल्लेबाज बाबर आजम को नाको चने चबा दिए। बाबर कई बार आउट होने से बचे। बुमराह ने पावरप्ले में पांच ओवर किए और 18 रन देकर एक विकेट भी लिया। उनकी धारदार गेंदबाजी के चलते पाकिस्तानी बल्लेबाज लय नहीं पकड़ सके और 11वें ओवर में हार्दिक ने बाबर को आउट कर भारत की जीत लगभग तय कर दी। सिराज ने दूसरे छोर पर बुमराह का खूब साथ दिया और पाकिस्तानी खिलाड़ियों को रनों के लिए तरसा दिया। उन्हें भले ही नई गेंद से विकेट नहीं मिला, लेकिन उनकी गेंदबाजी कमाल की थी।
शार्दुल-हार्दिक ने दिखाया दम
शार्दुल ठाकुर और हार्दिक पांड्या को भारतीय गेंदबाजी की कमजोर कड़ी माना जा रहा था, लेकिन इन दोनों का प्रदर्शन इसके उलट था। हार्दिक ने अपने पहले ही ओवर में बाबर आजम को प्लान के तहत क्लीन बोल्ड किया। वहीं, शार्दुल ने भी रिजवान को छोटे स्कोर पर आउट किया। इन दोनों ने बाबर-रिजवान को छोटे स्कोर पर आउट कर भारत की जीत तय कर दी थी। इसके बाद भी दोनों ने शानदार गेंदबाजी की और पाकिस्तानी बल्लेबाजों को वापसी का मौका नहीं दिया।
रोहित-गिल की शानदार शुरुआत
रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने इस मैच में भारतीय टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने मिलकर पावरप्ले में 61 रन बनाए। पहले विकेट के लिए दोनों ने 100 गेंद में 121 रन की साझेदारी की। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज कहां रुकने वाले थे। रोहित और गिल दोनों अर्धशतक लगाकर आउट हो गए, लेकिन तब तक ये दोनों अपना काम कर चुके थे।
शाहीन का जादू खत्म
इस मैच से पहले शाहीन अफरीदी को भारत के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था। पिछले मैच में चार विकेट लेकर उन्होंने अपनी उपयोगिता भी साबित की थी, लेकिन इस मैच में रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शुरुआत से ही अफरीदी के खिलाफ बड़े शॉट खेले और उनकी लय खराब कर दी। शाहीन के शुरुआती तीन ओवर में भारत ने 31 रन बटोरे। ऐसे में कप्तान बाबर को अपने सबसे बेहतरीन गेंदबाज को आक्रमण से हटाना पड़ा। यहीं से भारत ने जंग जीत ली थी। बाद में शाहीन ने गिल को आउट किया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ 79 रन बटोरे।
हारिस की चोट
हारिस रऊफ पाकिस्तान के सबसे अहम गेंदबाजों में से एक हैं। शाहीन के फेल होने के बाद उन पर विकेट लेने का दारोमदार था। पहले दिन अपने पांच ओवर में वह कुछ खास नहीं कर पाए थे, लेकिन दूसरे दिन उनसे काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से वह दूसरे दिन मैदान पर नहीं आए। उनकी जगह इफ्तिखार अहमद को पांच ओवर करने पड़े और शाहीन के ओवर की भी चार गेंदें इफ्तिखार ने की। उन्होंने 34 गेंद में 52 रन लुटा दिए और कोई विकेट नहीं ले पाए। रऊफ अगर पांच ओवर करते तो वह विकेट ले सकते थे और भारतीय टीम को पाकिस्तान छोटे स्कोर पर रोक सकता था। नसीम ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन उन्हें दूसरे छोर पर किसी का साथ नहीं मिला। रऊफ खेलते तो मैच का नतीजा अलग हो सकता था।
पाकिस्तान की अनुशासनहीनता
पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने इस मैच में जरा भी अनुशासन नहीं दिखाया। फील्डिंग और गेंदबाजी दोनों मोर्चों पर पाकिस्तान ने खराब प्रदर्शन किया। पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने इस मैच में नौ अतिरिक्त रन दिए। इसमें आठ वाइड और एक नो बॉल भी शामिल थी। इसी नो गेंद की वजह से भारत का स्कोर 350 रन के पार पहुंचा। पाकिस्तान की फील्डिंग भी इस मैच में बेहद खराब थी। दूसरे ही ओवर में शाहीन अफरीदी ने थर्ड मैन पर गिल का कैच छोड़ दिया। वह काफी देरी से गेंद की तरफ भागे और समय रहते गेंद तक नहीं पहुंच सके। इसके बाद आठवें ओवर में पहली स्लिप पर किसी ने उनका कैच पकड़ने की कोशिश ही नहीं की। 49वें ओवर में भी इफ्तिखार अहमद राहुल का मुश्किल कैच नहीं पकड़ सके। जब राहुल और विराट बल्लेबाजी कर रहे थे तो इन दोनों भागकर काफी रन बटोरे। इस दौरान भी पाकिस्तान की फील्डिंग चुस्त नहीं थी। इस दौरान रन आउट का एक मौका भी छूटा और कई बाउंड्री भी पाकिस्तानी फील्डर्स ने छोड़ीं।