जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल पर शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भव्य रात्रिभोज में राष्ट्राध्यक्षों और अन्य प्रतिनिधियों के लिए मेन्यू तैयार किया गया है। इसमें विशेष रूप से भारतीय मानसून के दौरान खाए जाने व्यंजनों को शामिल किया गया है।
जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल पर शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भव्य रात्रिभोज में राष्ट्राध्यक्षों और अन्य प्रतिनिधियों के लिए मेन्यू तैयार किया गया है। इसमें विशेष रूप से भारतीय मानसून के दौरान खाए जाने व्यंजनों को शामिल किया गया है। रात्रिभोज की तैयारियां चल रही हैं और एक लग्जरी होटल समूह के वरिष्ठ प्रबंधक और कर्मचारी ‘भारत मंडपम’ में डिनर टेबल को तैयार करने में व्यस्त हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस विशेष अवसर पर रात्रिभोज चांदी के बर्तनों में परोसा जाएगा। लग्जरी आतिथ्य समूह के एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा को बताया, हमने भारत में इस मौसम के दौरान खाए जाने वाले व्यंजनों को ध्यान में रखते हुए एक विशेष मेन्यू तैयार किया है। मेन्यू में बाजरा आधारित व्यंजन भी होंगे।
अधिकारियों ने सटीक मेनू पर चुप्पी साधी हुई है, लेकिन इसमें भारत की पाक विविधता को प्रतिबिंबित किए जाने की उम्मीद है। शिखर सम्मेलन के पहले दिन की समाप्ति के बाद मुर्मू भारत मंडपम में भव्य रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। हालांकि, एक अन्य सूत्र ने कहा कि मेन्यू के विवरण को कड़ी सुरक्षा में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा, राष्ट्राध्यक्षों भारतीय भोजन का आनंद लेने के लिए तैयार हैं।
सूत्र ने कहा, गुलाब जामुन, रसमलाई और जलेबी आदि जैसी विभिन्न प्रकार की मिठाइयां परोसने की योजना है। सेवारत कर्मचारी एक विशेष वर्दी पहनेंगे। भारत सरकार की ओर से मेन्यू पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
लग्जरी आतिथ्य समूह के सूत्र से जब पूछा गया कि क्या प्रतिनिधि चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल करेंगे, तो उन्होंने इसका जवाब हां में दिया। जयपुर की एक मेटलवेयर फर्म ने मंगलवार को कहा कि कई लग्जरी होटलों ने मेड-टू-ऑर्डर टेबलवेयर और चांदी के बर्तन रखे हैं, जिनका इस्तेमाल विदेशी प्रतिनिधि अपने प्रतिष्ठानों में और विशेष रात्रिभोज में करेंगे।
आइरिस जयपुर के लक्ष्य पाबूवाल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि ज्यादातर टेबलवेयर में स्टील या पीतल का आधार होता है या चांदी की परत के साथ दोनों का मिश्रण होता है, जबकि कुछ प्लेटों का इस्तेमाल स्वागत पेय परोसने के लिए किया जाता है। कंपनी ने मंगलवार को कुछ चांदी के बर्तनों का मीडिया प्रीव्यू आयोजित किया।
शिखर सम्मेलन के लिए 200 कारीगरों द्वारा लगभग 15,000 चांदी के बर्तन तैयार किए गए हैं। आइरिस जयपुर के राजीव पाबूवाल ने कहा कि टेबलवेयर के डिजाइन भारत की समृद्ध विरासत और इसकी वैश्विक प्रमुखता के लिए एक संकेत हैं।