असम के सीएम सरमा ने कहा कि अगर भाजपा पुरानी या नई भाजपा की तर्ज पर विश्वास करती तो बीरेन सिंह, पेमा खांडू और बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री नहीं बन पाते या सुवेंदु अधिकारी विपक्ष के नेता नहीं बन पाते।
राजनीतिक गलियारों में पुरानी भाजपा बनाम नई भाजपा को लेकर खूब बहस मची हुई है। इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी में कोई भी बस मिस्ड कॉल देकर शामिल हो सकता है।
भारत को कांग्रेस-मुक्त करना है
बिस्वा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुराना और नया जैसा कुछ भी नहीं है। पार्टी में कोई भी शामिल हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को कांग्रेस-मुक्त करना चाहते हो तो सिर्फ मिस्ड कॉल दीजिए। उन्होंने मंगलवार को असम में भाजपा के कुछ पुराने नेताओं और हाल के दिनों में पार्टी में शामिल हुए लोगों के बीच खींचतान के बीच यह टिप्पणी की।
यह है नई भाजपा
सरमा ने दावा किया कि वह खुद, उनके पूर्ववर्ती सर्बानंद सोनोवाल, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तथाकथित नई भाजपा के लोग हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अगर भाजपा पुरानी या नई भाजपा की तर्ज पर विश्वास करती तो बीरेन सिंह, पेमा खांडू या बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री नहीं बन पाते, या सुवेंदु अधिकारी विपक्ष के नेता नहीं बन पाते। सिंह और खांडू दोनों कांग्रेस में थे, अधिकारी तृणमूल कांग्रेस में थे, जबकि बोम्मई अपनी निष्ठा बदलने से पहले जनता दल में थे।
सरमा ने कहा कि भगवा पार्टी ने असम में दो मुख्यमंत्री बनाए और वे दोनों नई भाजपा का हिस्सा थे। भाजपा बहुत बड़ी दिल वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
दूसरी पार्टी से आए बने सीएम
पत्रकारों से सरमा ने कहा कि भाजपा में नई या पुरानी नाम की कोई चीज नहीं है। अगर पार्टी ने उस तरह से सोचा होता, तो क्या आपको लगता है कि सोनोवाल या हिमंत बिस्वा सरमा मुख्यमंत्री बन सकते थे? बता दें, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने से पहले सरमा कांग्रेस का हिस्सा थे, जबकि सोनोवाल असम गण परिषद (एजीपी) के साथ थे।
चीनी-चाय का उदाहरण
सरमा ने कहा कि हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि भाजपा में नए लोग पार्टी के साथ वैसे ही घुलमिल गए हैं जैसे चीनी चाय के साथ घुलमिल जाती है। इसी बयान को दूसरी तरह पेश किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि पुरानी और नई भाजपा यह कांग्रेस का रचाया खेल है।
कांग्रेस में न बचे कोई
उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि कांग्रेस में कोई भी न बचे। अगर कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है तो वहां से नए लोगों को शामिल करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर नए लोग भाजपा में आते रहेंगे तो ‘सनातन धर्म’ मजबूत होगा और सभ्यता को बढ़ावा मिलेगा।
मिस्ड कॉल दें लोग
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी और नड्डा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एक मिस्ड कॉल देकर कोई भी भाजपा में शामिल हो सकता है ताकि भारत कांग्रेस मुक्त हो जाए।’ उन्होंने कहा कि पुरानी और नई भाजपा का मुद्दा उठाया जाता है, तो कांग्रेस को खुशी होती है।