कांग्रेस पार्टी ने केन्द्र सरकार की ओर से घोषित अग्निपथ योजना को वापस लेने लेने की मांग की है। इस संबंध में शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा, राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और युवा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने एक साझा प्रेसवार्ता कर अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है।
पवन खेड़ा ने कहा कि इस योजना की कोई जरूरत ही नहीं थी। सरकार इसे जबरन युवाओं पर थोप रही है। जिसे युवाओं ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को भ्रमित करने के लिए यह योजना लाई गई है। केन्द्र के इस योजना का कांग्रेस विरोध करती है।
नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि यह योजना ‘वन रैंक वन पेंशन’ की भावना में विरोधाभास पैदा करने वाली है। प्रधानमंत्री मोदी वन रैंक वन पेंशन की वकालत की थी। उन्हें इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए और अग्निवीरों को अग्नि में नहीं झोंकना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 70-72 वर्ष के नेता दावा करते हैं वह देश की सेवा करेंगे और अग्निपथ योजना लाकर 24 वर्ष के युवा को देश सेवा से रिटायर कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि वित्तीय बचत के लिए मोदी सरकार यह योजना लेकर आई है। इस योजना से युवाओं का भला नहीं होने वाला है। तिवारी ने कहा कि अगर सरकार को देश के वित्त की इतनी ही चिंता थी तो सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में देने से पहले भी सोचना चाहिए था। वहीं युवा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस युवाओं के शांतिपूर्ण आंदोलन का समर्थन करती है और केन्द्र सरकार से अनुरोध करती है कि वह अतिशीघ्र अग्निपथ कानून को वापस लेने की घोषणा करे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने घोषणा की है कि पार्टी के सभी नेता अग्निपथ योजना के विरोध में रविवार को जंतर-मंतर पर सुबह युवाओं के साथ सत्याग्रह कर योजना के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।