पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि आरोपी जवान आरपीएफ की लोअर परेल पोस्ट से अटैच था, वहीं मृतक दादर पोस्ट से अटैच थे। दोनों ट्रेन की सुरक्षा के लिए सूरत में सवार हुए थे।
पालघर से मुंबई स्टेशन के बीच जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में हुई वारदात के दौरान जब आरपीएफ कांस्टेबल चेतन कुमार ने अचानक गोलियां बरसानी शुरू कीं तो लोगों को लगा कि आतंकी हमला हो गया है।ट्रेन के मुंबई सेंट्रल स्टेशन पहुंचने पर एसी कोच के अटेंडेंट कृष्ण कुमार शुक्ला ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे फायरिंग की आवाज सुनी तो एसी कोच की तरफ दौड़े, जहां फर्श पर खून से लथपथ शव पड़े थे। वहीं, आरोपी कांस्टेबल चेतन राइफल लेकर टहल रहा था। एएसआई टीकाराम मीणा सिर में गोली लगने से गिर गए थे। इस दौरान यात्री डरे हुए थे। पांंडे ने कहा कि शुरुआत में लोगों को लगा कि आतंकी हमला हुआ है। इस दहशत में कुछ लोग तो चलती ट्रेन से कूद गए थे। टीकाराम सुरक्षा दस्ते के प्रभारी थेपश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि आरोपी जवान आरपीएफ की लोअर परेल पोस्ट से अटैच था, वहीं मृतक दादर पोस्ट से अटैच थे। दोनों ट्रेन की सुरक्षा के लिए सूरत में सवार हुए थे। फिलहाल अन्य मृतक यात्रियों की पहचान की जा रही है।