सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि भारत के दरवाजे चीनी कंपनियों के निवेश के लिए खुले हैं। भारत सभी के लिए समान रूप से व्यापार के लिए खुला है, बशर्ते निवेश और व्यापार वैध तरीकों से भारतीय कानूनों का अनुपालन करते हुए किया जाए।
चीनी कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई और सरकार के कड़े फैसलों के बाद, जहां चीन की तरफ से भारत में कई निवेश योजनाओं को टालने की बात कही जा रही है। वहीं, सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि भारत के दरवाजे चीनी कंपनियों के निवेश के लिए खुले हैं। भारत सभी के लिए समान रूप से व्यापार के लिए खुला है, बशर्ते निवेश और व्यापार वैध तरीकों से भारतीय कानूनों का अनुपालन करते हुए किया जाए।
केंद्र ने 2020 में चीनी सेना के साथ हुई झड़प के बाद से चीन से कारोबार को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। भारत टिकटॉक सहित 300 से ज्यादा चीनी एप पर प्रतिबंध लगा चुका है। इसके अलावा चीनी निवेश की गहनता से समीक्षा व छटनी की जा रही है। इसी क्रम में पिछले सप्ताह भारत ने चीन की कार कंपनी बीवाईडी के 1 अरब डॉलर के निवेश प्रस्ताव को ठुकरा दिया। बीवाईडी भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए फैक्टरी लगाना चाह रही है।
कीमतों पर नियंत्रण के लिए ओएमएसएस के तहत बंद की गेहूं और चावल की बिक्री
खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों की राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने लोकसभा में बताया कि पर्याप्त भंडारण और कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत राज्यों को गेहूं और चावल की बिक्री 13 जून से बंद की गई। मानसून में कमी की आशंकाओं के चलते खरीफ की फसल के कम होने की चिंताओं के बीच यह कदम उठाया गया। निरंजन ज्योति ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों और वैश्विक कीमतों में गिरावट के चलते पिछले एक साल में रिफाइंड सूरजमुखी तेल, रिफाइंड सोयाबीन तेल और रिफाइंड पामोलीन की खुदरा कीमतों में क्रमशः 29 फीसदी, 19 फीसदी और 25 फीसदी की गिरावट आई है।