हार्वर्ड लॉ स्कूल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में जोखिम के कई बिंदुओं पर भी बात की गई है, जिसमें जानवरों का आयात-निर्यात भी शामिल है। इस दौरान लाखों जानवर एक-दूसरे और उनके संचालकों के संपर्क में आते हैं। इस कारण जंगली जानवरों से कोई भई संक्रमण आसानी से इन्सानों में आ सकता है।
चीन के वुहान के बाद अब अमेरिका के मीट बाजार से कोविड-19 से भी घातक वैश्विक महामारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। हार्वर्ड वैज्ञानिकों ने अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन्सान, जानवरों और जंगली जानवर के आपसी संपर्क के कारण इसका खतरा बढ़ेगा। ये रिपोर्ट हार्वर्ड लॉ स्कूल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ने जारी की है। हार्वर्ड लॉ स्कूल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया कि कई अमेरिकी अकसर सोचते हैं कि उनके देश में ऐसा नहीं हो सकता है, लेकिन इस देश में नियम इतने कमजोर हैं कि कोई एक वायरस या दूसरी कोई संक्रामक बीमारी आसानी से अमेरिका में जानवरों से लोगों तक पहुंच सकती है। यही बीमारी महामारी में तब्दील हो सकती है। रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम के सदस्य एन लिंडर ने कहा कि वास्तव में सुरक्षा की यह झूठी भावना और निराधार विश्वास है कि जेनेटिक रोग कुछ ऐसा है जो बाकी जगहों पर है और अमेरिका में नहीं हो सकता।
तेजी से बढ़ेगा संक्रमण
हार्वर्ड लॉ स्कूल और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में जोखिम के कई बिंदुओं पर भी बात की गई है। जिसमें जानवरों का आयात-निर्यात भी शामिल है। इस दौरान लाखों जानवर एक-दूसरे और उनके संचालकों के संपर्क में आते हैं। इस कारण जंगली जानवरों से कोई भई संक्रमण आसानी से इन्सानों में आ सकता है।
आसानी से जानवरों का आयात
एन लिंडर ने कहा कि हर साल अमेरिका में पालतू जानवरों और बाकी दूसरे उद्देश्यों के लिए करीब 22 करोड़ जीवित जंगली जानवरों का आयात किया जाता है। उन्होंने बताया कि अगर कोई देश में कुत्ता या बिल्ली लाना चाहता है तो एक प्रक्रिया है। लेकिन कोई आयातक दक्षिण अमेरिका से 100 जंगली स्तनधारियों को आसान नियमों के साथ ला सकता है।