सोमवार को सरदूलगढ़ के गांव झंडा खुर्द व रोड़की के बीच घग्गर दरिया में फिर से करीब 50 फुट की दरार पड़ने से कई गांवों में 1500 एकड़ फसल पानी में डूब गई। बाढ़ का पानी निकालने के लिए गांव चहलावाली व झुनीर के लोगों में ईंट-पत्थर भी चले। पुलिस ने दखलंदाजी कर मामले को शांत करवाया।
पंजाब में बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को 20 जुलाई और क्षतिग्रस्त घरों के मालिकों 24 जुलाई तक हर हाल में मुआवजा राशि जारी की जाएगी। यह आदेश सोमवार को राज्य के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने सभी जिलों के डीसी को दिया है। इसके साथ ही फसलों के नुकसान का जायजा लेने का भी निर्देश दिया है। वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बाढ़ से प्रभावित इलाकों में मौजूदा स्थिति व चल रहे बचाव कार्यों का जायजा अधिकारियों से मीटिंग ले रहे थे।
दूसरी ओर राज्य में बाढ़ का खतरा बरकरार है, क्योंकि मौसम विभाग ने मंगलवार को भी यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने बुधवार को छोड़कर 20 व 21 जुलाई के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मानसा और संगरूर में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। राज्य के 18 जिलों के 1422 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इन जिलों में कुल 168 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं। राज्य में अभी तक 26250 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बाढ़ प्रभावित जिलों को 62, स्कूलों को 27 करोड़
सरकार ने अलग-अलग जिलों को 62.70 करोड़ रुपए के फंड जारी किया है। राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री ब्रह्म शंकर जिंप ने बताया कि यह राशि जल सप्लाई स्कीमों की मरम्मत, बाढ़ के कारण प्रभावित सड़कों और पुलों की मरम्मत, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, पीने वाले पानी के प्रबंध के लिए, बेजुबान पशुओं की संभाल और उनके चारे का प्रबंध करने के लिए दी गई है।