सब्जियों और खासकर टमाटर की कीमतों में पिछले कुछ सप्ताह में आई तेज उछाल ने महंगाई पर दबाव फिर बढ़ा दिया है। पिछले कुछ महीने में मिली राहत के बाद खुदरा महंगाई जुलाई में एक बार फिर बढ़ सकती है। अर्थशास्त्रियों के एक सर्वे में यह दावा किया गया है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अर्थशास्त्री गौरव सेन गुप्ता ने कहा कि उपभोक्ता कीमतों पर आधारित (सीपीआई) महंगाई में बड़ी भूमिका निभाने वाली सब्जियों की कीमतें उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। राष्ट्रीय हॉर्टिकल्चर बोर्ड के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, सब्जियों के दाम जुलाई में अब तक 34 फीसदी तक बढ़ गए हैं। जून में इनमें 18 फीसदी की तेजी दर्ज की गई थी।
वहीं, असामान्य बारिश और देश के कुछ इलाकों में फसल खराब होने के कारण टमाटर की कीमतें जुलाई के पहले सप्ताह में मासिक आधार पर 160 फीसदी बढ़ गई हैं। आगे भी अगर यह तेजी जारी रही तो जुलाई में खुदरा महंगाई बढ़कर आरबीआई के संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर 6% पर पहुंच सकती है। इससे पहले खाने-पीने की वस्तुओं और अन्य उत्पादों की कीमतों में नरमी की वजह से अप्रैल और मई में खुदरा महंगाई 4 से 5 फीसदी के बीच रही थी। जून में भी इसके 5 फीसदी से कम रहने का अनुमान है, जिसके आंकड़े बुधवार को जारी हो सकते हैं।
फिर भी 5.5 फीसदी से ज्यादा रहेगी मुद्रास्फीति
ड्यूश बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) कौशिक दास ने कहा कि सब्जियों और टमाटर के दाम अगर घटते हैं तो भी चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान खुदरा महंगाई 5.5 फीसदी के पार पहुंच जाएगी। यह आंकड़ा आरबीआई के 5.2 फीसदी के अनुमान से ज्यादा है।
ब्याज दरें नहीं बढ़ाएगा आरबीआई: नोमुरा
नोमुरा के अर्थशास्त्रियों सोनल वर्मा एवं ऑरौदीप नंदी ने कहा, जुलाई व अगस्त में खुदरा महंगाई औसतन 5.5 फीसदी के आसपास रहेगी। हालांकि, इससे आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का अनुमान नहीं है। आरबीआई आगामी बैठक में बाहरी के मुकाबले अंतर्निहित महंगाई पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।
200 रुपये किलो पहुंचा टमाटर
उत्पादक क्षेत्रों में लगातार बारिश से आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ने के बीच दिल्ली समेत देश के कुछ हिस्सों में टमाटर की खुदरा कीमतें 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत सोमवार को 104.38 प्रति किलोग्राम थी। इसकी अधिकतम कीमत राजस्थान के सवाई माधोपुर में 200 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जबकि न्यूनतम कीमत चूरू में 31 रुपये प्रति किलोग्राम थी। महानगरों में टमाटर की खुदरा कीमत कोलकाता में सर्वाधिक 149 रुपये प्रति किलोग्राम रही। दिल्ली के आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा, अगर भारी बारिश ऐसे ही जारी रही तो टमाटर की कीमतों में जल्द कमी आने की संभावना नहीं है।