विद्युत के विकास’ लिखी गई जेम्स क्लर्क मैक्सवेल की ‘एन एलीमेंट्री ट्रीटीज ऑन इलेक्ट्रिसिटी’ को 1904 में 1904 में मैसाचुसेट्स में न्यू बेडफोर्ड फ्री पब्लिक लाइब्रेरी से इश्यू कराया गया था। बता दें कि यह किताब 1882 में यानी आज से लगभग 141 साल पहले प्रकाशित हुई थी।
अक्सर लोग लाइब्रेरी में किताबें पढ़ने जाते हैं, कई बार वहां से किताबों को इश्यू भी करा लेते हैं। हालांकि इसे रखने की एक समय सीमा भी होती है। तय समय पर इसे न लौटाया जाए तो उस पर हर दिन के हिसाब से विलंब शुल्क भी लगाया जाता है, लेकिन अगर किसी किताब को सालों तक लौटाया ही न जाए। कुछ ऐसा ही अमेरिका की एक लाइब्रेरी में सामने आया है। यहां एक किताब 119 साल बाद लाइब्रेरी में वापस आई है। न्यू बेडफोर्ड फ्री पब्लिक लाइब्रेरी ने इसकी तस्वीरें अपने फेसबुक पेज पर भी साझा की हैं।
न्यू बेडफोर्ड फ्री पब्लिक लाइब्रेरी ने शेयर की तस्वीरें
न्यू बेडफोर्ड फ्री पब्लिक लाइब्रेरी ने अपने फेसबुक पेज पर लौटाई गई किताब की तस्वीरें साझा कीं हैं। साथ ही यह भी लिखा कि लाइब्रेरी की किसी ओवरड्यू किताब को लौटाने में कभी देर नहीं होती! आज, वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के रेयर बुक्स क्यूरेटर को उनके दान में हमारे विशेष संग्रह की किताबों में से एक मिली।
लगता इतना विलंब शुल्क
न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, न्यू बेडफोर्ड पब्लिक लाइब्रेरी में प्रतिदिन 5 प्रतिशत विलंब शुल्क है। और लाइब्रेरी में अधिकतम विलंब शुल्क सीमा $2 (लगभग 164 रुपये) है। हालांकि, अगर किताब पर लाइब्रेरी के प्रतिदिन पांच सेंट के विलंब शुल्क को लागू किया जाए तो विलंब शुल्क $2,483 (लगभग 2 लाख रुपये) होगा।
लिखीं हैं सौ साल से भी ज्यादा पुरानी बातें
इस किताब के आखिर में और शुरुआत के पन्नों में सौ साल से भी ज्यादा पुरानी चीजें लिखी हुई हैं। जैसे कब-कब किताबों को इश्यू किया गया था और फिर रिटर्न कब हुई साथ ही आखिरी बार कब इसे इश्यू किया गया था।