मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन को पिछले दो माह में अपने अधिकार के लिए सबसे बड़े खतरे का सामना करना पड़ा। जब वैगनर सैनिकों ने विद्रोह शुरू किया। उन्होंने रूस के दो शहरों पर नियंत्रण का दावा किया।
पिछले कुछ दिनों में रूस सैन्य शक्ति से राजनीतिक रूप से असुरक्षित राष्ट्र में बदल गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि सशस्त्र वैगनर विद्रोह पर व्लादिमीर पुतिन की क्षमता कमजोर दिखाई दी और रूसी राष्ट्रपति अपने ही लोगों पर नियंत्रण खो रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन को पिछले दो माह में अपने अधिकार के लिए सबसे बड़े खतरे का सामना करना पड़ा। जब वैगनर सैनिकों ने विद्रोह शुरू किया। उन्होंने रूस के दो शहरों पर नियंत्रण का दावा किया। जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन एक कमजोर राष्ट्रपति है। मॉस्को तक वैगनर सैनिकों का जाना उनकी कमजोरी को दिखाता है। जितनी शक्ति उनके पास हुआ करती थी वह अब नहीं रही है।
वैगनर समूह के लड़ाकों के खिलाफ अपराधिक जांच की बंद
रूस ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ सबसे बड़ा संकट उत्पन्न करने वाले वैगनर समूह के लड़ाकों के खिलाफ आपराधिक जांच बंद कर दी है। रूसी प्रशासन ने मंगलवार को बताया कि वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन और अन्य सभी लड़ाकों के खिलाफ आरोप वापस ले लिए गए हैं। न्यूज एजेंसी आरआईए ने मंगलवार को रक्षा मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी भी दी कि वैगनर समूह भारी सैन्य उपकरणों समेत अपने सभी हथियार मंत्रालय को वापस लौटाने की तैयारी कर रहा है।
रूस की सेना में शामिल होंगे गोरखा सैनिक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वैगनर ग्रुप और रूसी सरकार के बीच हुए समझौते के तहत वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को रूस की सेना में भर्ती किया जा सकता है। ऐसे में वैगनर ग्रुप से लड़ने वाले गोरखा सैनिक भी रूस की सेना में शामिल हो सकते हैं। इससे नेपाल के अधिकारी भी हैरान हैं। इसकी वजह ये है कि नेपाल और रूस के बीच नेपाल के नागरिकों को सैन्य दायित्व में लगाने संबंधी कोई समझौता नहीं है लेकिन अब समझौते के तहत वैगनर ग्रुप के जरिए नेपाली युवा रूस की सेना में शामिल हो सकते हैं।