फ्रांस में हुई गोलीबारी का संदर्भ देते हुए इमरान खान ने कहा कि हमारे यहां इतने लोगों की हत्याएं की गईं लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा। वहीं, फ्रांस में एक युवक की हत्या हुई और देखिए अब वहां क्या हो रहा है। क्या इसे ही स्वतंत्र राष्ट्र कहा जाता है।
पाकिस्तान की राजनीति इन दिनों गरमाई हुई है। पक्ष-विपक्ष आए दिन एक दूसरे के ऊपर दोषारोपण करते रहते हैं। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश को संबोधित करते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने मुझे जेल में डालने की योजना बनाई। मेरी गिरफ्तारी पूर्व नियोजित थी। मेरे खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के सभी मामले निराधार हैं।
इमरान खान बोले- हम सभी गुलाम हैं
पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि मैं चाहता हूं कि देश को पता चले कि कैसे झूठे और बेबुनियाद मामलों में मुझे फंसाया गया। कैसे मेरी गिरफ्तारी के लिए योजनाएं बनाई गईं। क्वेटा में एक वकील की हत्या होती है, शाम को शरीफ टीवी पर आकर बिना सबूत और बिना किसी जांच के कहते हैं कि हत्या इमरान खान ने करवाई। खान ने कहा कि यह राजनीति नहीं है। यह एक जिहाद है। हम सभी गुलाम हैं। नौ मई को हुई हिंसा में 16 निर्दोष पाकिस्तानियों की हत्या की गई। नौ लोग अब तक लापता हैं, लेकिन मामले की जांच नहीं की गई। इस बारे में कोई बात नहीं कर रहा। क्या यह एक मुक्त समाज है। क्या पाकिस्तानियों के पास कोई अधिकार नहीं है।
सभी गिरफ्तारियां पूर्व नियोजित थी
देशवासियों के संबोधन से पहले उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि जिसने पाकिस्तान की इकलौती सबसे बड़ी पार्टी को कुचलने का प्रयास किया उसके खिलाफ प्रदर्शन करें। हकीकी आजादी के लिए खड़े हों। संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर उन्हें खुली अदालत में पेश किया जाए तो वह साबित कर सकते हैं कि उनकी सभी गिरफ्तारियां पूर्व नियोजित थी। फ्रांस में हुई गोलीबारी का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां इतने लोगों की हत्याएं की गईं लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा। लेकिन फ्रांस में एक युवक की हत्या हुई और देखिए अब वहां क्या हो रहा है। क्या इसे ही स्वतंत्र राष्ट्र कहा जाता है। इमरान खान ने कहा कि बुशरा बीबी पर भ्रष्टाचार विरोधी मामला दायर किया और आरोप लगाया कि उनके गांव में सड़क निर्माण किया गया था। मुझ पर और मेरी बहन के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया। अल-कादिर मामले में, इमरान खान या बुशरा बीबी को एक पैसा भी नहीं दिया जा सकता था क्योंकि वे धर्मार्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी थे।