रक्षा सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2020-21 में बड़े पैमाने पर सेना की तैनाती के बाद चीन को ऊर्जा व अन्य कई जरूरतों को पूरा करने में परेशानी हो रही थी। खासकर सर्दी के दौरान सौर संयंत्रों की कमी खल रही थी।
भारत से सटी नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बड़ी संख्या में तैनात सैन्य टुकड़ियों की जरूरतें पूरी करने के लिए चीन ने कई सौर और जल विद्युत परियोजनाओं का निर्माण कर लिया है। इतना ही नहीं, नए सैन्य अड्डे भी बना रहा है।रक्षा सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2020-21 में बड़े पैमाने पर सेना की तैनाती के बाद चीन को ऊर्जा व अन्य कई जरूरतों को पूरा करने में परेशानी हो रही थी। खासकर सर्दी के दौरान सौर संयंत्रों की कमी खल रही थी। चीन ने गलवां में खूनी संघर्ष के बाद एलएसी पर करीब 50,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए पक्के सैन्य ढांचे बनाए गए हैं। कई नए गांव भी बसाए हैं। वहीं, भारत ने भी चीन की किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का जवाब देने के लिए तैयारी कर रखी है।