गार्सेटी ने कहा कि इस पल को आशावाद के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि आने वाले वर्षों में आशाएं कम होंगी। मुझे लगता है कि हमें केवल फिलहाल के लिए नहीं, बल्कि आगामी 20-25 वर्षों के लिए योजना बनानी होगी।
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा इतिहास में दोनों देशों के संबंधों के नए अध्याय की शुरुआत के रूप में दर्ज होगी। अमेरिका व भारत ही भविष्य हैं जो एक साथ मजबूती से खड़े हैं। ये संबंध और गहरे हुए तो दुनिया को अधिक संपन्न बना सकते है।
पीएम मोदी की यात्रा के चार पहलू
52 वर्षीय गार्सेटी ने खास बातचीत में कहा कि पीएम मोदी की इस यात्रा में शांति, समृद्धि, ग्रह व लोग चार पहलू मुख्य रहे। जब शांति, वास्तविक रक्षा वितरण व गहन प्रौद्योगिकी को साझा करने की बात आती है, तो अमेरिका ने अपने अधिकांश निकटतम सहयोगियों के साथ भी ऐसा नहीं किया है। भारत के साथ हमने व्यापार विवाद को पीछे छोड़ा है।
आगामी 20-25 वर्षों के लिए बनानी होगी योजना
गार्सेटी ने कहा कि इस पल को आशावाद के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि आने वाले वर्षों में आशाएं कम होंगी। मुझे लगता है कि हमें केवल फिलहाल के लिए नहीं, बल्कि आगामी 20-25 वर्षों के लिए योजना बनानी होगी। अगले 25 वर्षों के लिए भारत व अमेरिका को आज के मुकाबले कहीं अधिक तैयारी करनी होगी।