खासकर गर्मी के दिनों में और यात्रा के दौरान। यह जानकर हैरत होगी कि दिल्ली के स्टेशनों पर यात्री प्रतिदिन ढाई करोड़ लीटर यात्री पानी गटक जाते हैं।
प्यास बड़ी चीज है। यह जब लगती है तो बिना पानी के चैन नहीं मिलता। खासकर गर्मी के दिनों में और यात्रा के दौरान। यह जानकर हैरत होगी कि दिल्ली के स्टेशनों पर यात्री प्रतिदिन ढाई करोड़ लीटर यात्री पानी गटक जाते हैं।
अकेले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन पानी 1.04 करोड़ लीटर की खपत है। दूसरे नंबर पर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन है, जहां प्रतिदिन 60 लाख लीटर पानी की खपत होती है तो निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर 45 लाख लीटर पीने के पानी की खपत है। हर वर्ष गर्मियों की शुरुआत होने के साथ ही साथ यात्रियों के आवागमन में बढ़ोत्तरी हो जाती है। इसका सीधा असर पानी की खपत पर पड़ता है।
इसकी खपत कई गुना बढ़ जाती है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण पेयजल के आंकड़े हैं। गर्मी शुरू होने के साथ ही दिल्ली क्षेत्र के प्रमुख पांच स्टेशनों पर दैनिक पानी की खपत में 13.9 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार दिल्ली-सराय रोहिल्ला स्टेशन पर प्रतिदिन 6 लाख लीटर पानी की खपत है। जबकि अन्य दिनों में 5 लाख 50 हजार लीटर की। इसी तरह आनंद विहार टर्मिनल पर 35 लाख लीटर प्रतिदिन पेय जल की खपत है। गर्मी के अलावा अन्य दिनों में 29 लाख लीटर यात्री पानी पी जाते है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने बताया कि यात्रियों के लिए बोतलबंद पेयजल की उपलब्धता को बेहतर बनाने के लिए 2021-22 की तुलना में इस वर्ष 2022-23 में रेल नीर में 54% अधिक आपूर्ति की गई है।
2022-23 में रेल नीर की 1090 और 2021-22 के दौरान रेल नीर की 590 लाख बोतलों आपूर्ति की गई थी। नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार पर 79.43 लाख बोतलों की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई है जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि की 70.47 लाख बोतलों की तुलना में 13% अधिक है। प्रमुख स्टेशनों पर अधिकारियों की 24 घंटे तैनाती की गई है ताकि बोतलबंद पेयजल सहित अन्य खान-पान सामग्री की कोई कमी न हो सके।
उत्तर रेलवे के हैं चार नीर प्लांट
उत्तर रेलवे के चार रेल नीर प्लांट है। दिल्ली में नांगलोई, हिमाचल प्रदेश में ऊना और उत्तर प्रदेश में हापुड़ और अमेठी से रेल नीर की आपूर्ति की जा रही है। इन चारों रेल नीर प्लांटों की कुल उत्पादन क्षमता 4.12 लाख बोतल प्रतिदिन है।