पार्टी सूत्रों के अनुसार, पुराने सहयोगियों को साधने की मुहिम सफल रही है। इस क्रम में अकाली दल, तेलुगु देशम पार्टी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, वीआईपी से सहमति बन गई है।
एका के लिए 23 जून को प्रस्तावित विपक्षी दलों की बैठक का जवाब भाजपा विस्तारित राजग की बैठक बुलाकर देगी। बैठक इसी महीने के अंत तक बुलाए जाने की संभावना है। इससे पहले सहयोगी दलों से अलग-अलग बैठक कर पार्टी नेतृत्व राज्यों में पार्टी संगठन और सरकार के साथ सहयोगी दलों का समन्वय दुरुस्त करेगी।
समान नागरिक संहिता पर आम सहमति बनाने की तैयारी
केंद्रीय स्तर पर समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू करने के लिए भी पार्टी अभी से तैयारी कर रही है। इस पर बाद में मतभेद न हो, इसके लिए पहले राजग में आम सहमति बनाई जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इनमें नए सहयोगियों की कुछ चिंताएं हो सकती हैं। विस्तारित राजग की बैठक या उससे पहले सहयोगियों की चिंताओं को दूर किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव की मजबूत तैयारी के लिए राज्य और केंद्रीय संगठन में बदलाव, कुछ राज्यों में मंत्रिमंडल विस्तार और केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार पर एक साथ चर्चा की जा रही है। अगले महीने केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के साथ केंद्र और राज्य के संगठन में जरूरी बदलाव पर मुहर लग जाएगी।
मंत्रिमंडल में जदएस की हो सकती है एंट्री
मंत्रिमंडल विस्तार में जदएस की एंट्री हो सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक में जदएस से गठबंधन पर बातचीत अंतिम दौर में है। अगर सबकुछ सही रहा तो जदएस के लोकसभा में इकलौते सांसद और पूर्व पीएम देवगौड़ा के पुत्र प्रज्वल रेवन्ना को टीम मोदी में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा अकाली दल से हरसिमरत कौर को फिर से मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान के साथ शिवसेना शिंदे गुट को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है।