उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग की सुनवाई के दौरान दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर की तरफ से मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी ने यह दावा किया।
दारुल उलूम देवबंद ने अंग्रेजी पर प्रतिबंध लगाए जाने से इनकार किया है। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग की सुनवाई के दौरान दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर की तरफ से मौलाना हुसैन अहमद हरिद्वारी ने यह दावा किया।
आयोग में सहारनपुर के जिलाधिकारी की रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें पूरे मामले की जांच उप जिलाधिकारी देवबंद को सौंपी गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक दारुल उलूम ने अंग्रेजी को प्रतिबंधित करने से संबंधित किसी तरह का नोटिस जारी नहीं किया था। जांच में पाया गया कि दारुल उलूम में अंग्रेजी विभाग है और गणित, अंग्रेजी और कम्प्यूटर की पढ़ाई पर कोई रोक नहीं है। उपजिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष तौकीर अहमद कासमी से बात भी की गई।
पूरे मामले की सुनवाई के बाद आयोग के अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि दारुल उलूम इस्लामिक शैक्षणिक संस्था है लेकिन प्रबंधन से अपेक्षा की जाती है कि नियमों के अंतर्गत छात्रों को अंग्रेजी सहित किसी भी विषय में पढ़ने से न रोका जाए।