राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत और वियतनाम 2000 से अधिक वर्षों के सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों का एक समृद्ध इतिहास साझा करते हैं।
वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। वहीं जनरल गियांग और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत और वियतनाम 2000 से अधिक वर्षों के सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों का एक समृद्ध इतिहास साझा करते हैं।
उन्होंने कहा कि वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और हमारे इंडो-पैसिफिक विजन का एक प्रमुख भागीदार है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत-वियतनाम ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश संबंधों, ऊर्जा सुरक्षा, विकास सहयोग, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों सहित द्विपक्षीय सहयोग की सीमा को व्यापक किया है।
उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय रक्षा सहयोग इस साझेदारी के सबसे मजबूत तत्वों में से एक है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि भारत-वियतनाम रक्षा संबंध क्षमता निर्माण, उद्योग सहयोग, शांति स्थापना और संयुक्त अभ्यास सहित एक व्यापक दायरे में फैला हुआ है।
वियतनाम पीपुल्स नेवी (वीपीएन) के वाइस एडमिरल त्रान थान घिएम ने 19 जून को एडमिरल आर हरि कुमार सीएनएस से मुलाकात की। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि क्षमता निर्माण, क्षमता वृद्धि और जेटी टीआरजी पूर्व के क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय नौसेना सहयोग को बढ़ाने के लिए समकालीन समुद्री वातावरण और अवसरों पर चर्चा हुई।