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आर्थिक संकट के बीच पाक को एक और झटका, SPCo ने सरकारी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की

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देश के शीर्ष-8 शहरों में जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर मकानों की कीमतें सबसे अधिक 16 फीसदी दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी हैं। बाकी अन्य शहरों में दाम 8 फीसदी बढ़े हैं। मकानों की निर्माण लागत बढ़ने व मांग में मजबूती से कीमतों में उछाल देखने को मिल रही है।

क्रेडाई की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में लगातार 11 तिमाहियों यानी करीब तीन साल से कीमतें बढ़ रही हैं। इस समय आवासीय कीमतें 8,432 रुपये प्रति वर्ग फुट के स्तर पर पहुंच गई हैं।

सिर्फ मुंबई में घटे दाम
कोलकाता     15 फीसदी   7,211
बंगलूरू        14 फीसदी   8,748
हैदराबाद      13 फीसदी   10,410
पुणे              11 फीसदी    8,352
अहमदाबाद   11 फीसदी    6,324
चेन्नई             4 फीसदी     7,395
मुंबई –           2 फीसदी    19,219
(कीमत: रुपये प्रति वर्ग फुट में)

 

  • एनसीआर में लगातार 11 तिमाहियों से बढ़ रहे हैं आवासीय संपत्तियों के दाम।

द्वारका एक्सप्रेसवे पर 59 फीसदी बढ़ा भाव
दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक कीमत द्वारका एक्सप्रेसवे पर 59 फीसदी बढ़ी हैं। सेंट्रल पेरिफेरल रोड के खुलने और नेशनल हाईवे-8 से जुड़ने से ऐसा हुआ है। गोल्फ कोर्स रोड, गुरुग्राम में कीमतें 42 फीसदी बढ़ी हैं। एनसीआर में सर्वाधिक कीमत अब यहां हो गई है।

बड़ा घर खरीदने में ग्राहकों की दिलचस्पी
क्रेडाई के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा, कोरोना महामारी के बाद सुविधाओं के आधार पर ग्राहकों की बड़े मकान खरीदने में दिलचस्पी बढ़ी है। इसलिए, मकान की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद हम उम्मीद करते हैं कि रियल एस्टेट में मजबूत वृद्धि जारी रहेगी।

  • कोलियर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक पीयूष जैन ने कहा कि आवास क्षेत्र लचीला बना हुआ है, जो वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बीच उच्च ब्याज दरों से उत्पन्न चुनौतियों की भरपाई कर रहा है। नीतिगत दरों के यथावत रहने से भी आवासीय मांग बढ़ने की उम्मीद है।

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