पिछले साल मई में एनआईए कोर्ट ने यूएपीए की विभिन्न धाराओं के तहत वटाली और अन्य के खिलाफ आरोप तय किए थे। एनआईए के अनुसार, जहूर अहमद शाह वटाली अन्य लोगों के साथ अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रबंध करता था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने सोमवार को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के बागातपोरा हंदवाड़ा में तिहाड़ जेल में बंद जहूर अहमद शाह वटाली की 17 अचल संपत्तियों को कुर्क कर लिया। वटाली 2017 में गिरफ्तार किया गया था। वह तभी से जेल में बंद है।
एनआईए टीम ने कार्रवाई के दौरान 13.3 मरला, 8.6 मरला और 10.3 मरला जमीन के पास कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया है। इससे पहले एनआईए की विशेष अदालत (पटियाला हाउस कोर्ट, नई दिल्ली) के आदेश पर 31 मई को श्रीनगर के बागात क्षेत्र में गुरुद्वारा के पास वटाली के घर को कुर्क किया गया था।
बता दें कि पिछले साल मई में एनआईए कोर्ट (ट्रायल कोर्ट) ने आईपीसी और यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम) की विभिन्न धाराओं के तहत वटाली और अन्य के खिलाफ आरोप तय किए थे।
अदालत ने फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, शब्बीर शाह, मसरत आलम, मोहम्मद यूसुफ शाह, आफताब अहमद शाह, अल्ताफ अहमद शाह, नईम खान, मोहम्मद अकबर खांडे, राजा महराजुद्दीन कलवाल, बशीर अहमद भट, जहूर अहमद शाह वटाली, शब्बीर अहमद शाह, अब्दुल रशीद शेख और नवल किशोर कपूर सहित अन्य कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप तय किए थे।
एनआईए के अनुसार, जहूर अहमद शाह वटाली अन्य लोगों के साथ अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रबंध करता था। एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, जांच से पता चला है कि अलगाववादी अशांति फैलाने और जम्मू-कश्मीर में चल रही अलगाववादी और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए सभी संभावित स्रोतों से धन जुटा रहे थे।
अलगाववादियों के लिए पैसे का इंतजाम करता था वटाली
एनआईए ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि अलगाववादियों को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों और स्थानीय चंदे से धन मिल रहा है। जांच के दौरान गुलाम मोहम्मद भट के घर से एक दस्तावेज जब्त किया गया था, जिससे पता चला कि जहूर अहमद शाह वटाली हाफिज सईद (जमात-उद-दावा के प्रमुख) से पैसा प्राप्त कर रहा था।
उसे जम्मू-कश्मीर में पथराव करने वालों, हुर्रियत नेताओं, अलगाववादियों और पत्थरबाजों को भेज रहा था। सोमवार को एनआईए ने तीनों ठिकानों पर सुबह के समय कार्रवाई की।