नाका के मोतीनगर में स्थित ‘अपना घर’ आश्रम में रविवार को पिटाई से 23 वर्षीय एक दिव्यांग (मानसिक मंदित) संवासिनी की मौत का मामला सामने आया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हेड एंजरी आया है। इसके अलावा पूरे शरीर पर गंभीर चोटें पाई गई हैं। संवासिनी गत तीन मार्च को ‘अपना घर’ आश्रम में बीकेटी से आई थी।
नाका के ‘अपना घर’ आश्रम में रविवार शाम अचानक संवासिनी की हालत बिगड़ने पर अधीक्षिका पिंकी और उपमा सिंह एंबुलेंस से उसे लेकर बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंचीं। वहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम वजीरगंज पुलिस ने कराया। मामला संवासिनी से जुड़ा होने के कारण तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी में शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट शाम को आने के बाद पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। मामले की जांच की जा रही है।
उधर, अधीक्षिका उपमा सिंह ने बताया कि रविवार सुबह संवासिनी उठी। नित्य क्त्रिस्या करने के बाद उसे नाश्ता दिया गया। इसके बाद वह अपने कक्ष में चली गई। दोपहर संवासिनी खाने के लिए नहीं उठी। शाम को भी जब वह खाना खाने नहीं आई तो स्टाफ गया। कमरे में संवासिनी पड़ी थी। उसके दांत बंधे थे। मामले की जानकारी राजस्थान के भरतपुर में रहने वाले संचालक बीएम भारद्वाज को दी गई। उन्होंने तत्काल अस्पताल ले जाने के लिए कहा। अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने संवासिनी को मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मामला नाका क्षेत्र का है। हमारे यहां से शव का पोस्टमार्टम हुआ है। संवासिनी की मौत का कारण हेड एंजरी आया है।