पिछले साल मई से लेकर अब तक आरबीआई ने 2.5 प्रतिशत ब्याज दरें बढ़ाई हैं। आरबीआई की बैठक अगले हफ्ते से होनी है, जिसमें रेपो दर पर फैसला होना है। हालांकि, अप्रैल की बैठक में केंद्रीय बैंक ने इसे जस का तस रखा था।
इस महीने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक से पहले ही बैंकों ने कर्ज महंगा करना शुरू कर दिया है। आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ इंडिया का एक जून से कर्ज महंगा हो जाएगा।
हालांकि, पीएनबी कुछ अवधि के लोन को सस्ता भी कर दिया है। पिछले साल मई से लेकर अब तक आरबीआई ने 2.5 प्रतिशत ब्याज दरें बढ़ाई हैं। आरबीआई की बैठक अगले हफ्ते से होनी है, जिसमें रेपो दर पर फैसला होना है। हालांकि, अप्रैल की बैठक में केंद्रीय बैंक ने इसे जस का तस रखा था।
आईसीआईसीआई बैंक: इसने 6 माह के कर्ज की दर बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दी है, जबकि एक साल वाले कर्ज की दर 8.85 फीसदी होगी।
पीएनबी: इसने सभी अवधि के कर्ज की दर में 0.10 फीसदी का इजाफा किया है। इसकी एक साल की दर 8.60 फीसदी और तीन साल के कर्ज की दर 8.90 फीसदी होगी।
बैंक ऑफ इंडिया: इस बैंक ने सभी अवधि के कर्ज की दर में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है। एक साल की दर अब 8.65 फीसदी और 6 महीने की दर 8.45 फीसदी होगी।
सात कारोबारी समूहों की संपत्तियों की होगी नीलामी
निवेशकों की रकम वापस दिलाने के लिए सेबी सात कारोबारी समूहों की संपत्तियों की नीलामी करेगा। 28 जून को होने वाली इस नीलामी का आरक्षित मूल्य 51 करोड़ रुपये रखा गया है। इनमें एमपीएस समूह, प्रयाग समूह, वारिस फाइनेंस, टावर इंफोटेक, विबग्योर और अन्य समूह हैं। सेबी ने कहा कि इन सभी की कुल 17 संपत्तियां नीलामी के लिए हैं। इसमें इमारतें, फ्लैट्स और वाणिज्यिक संपत्तियां भी हैं जो पश्चिम बंगाल में हैं।