रिपोर्ट के मुताबिक, इस गांव को ऐसी जगह पर बसाया गया है जहां अतीत में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो चुकी है। इतना ही नहीं, चीन नियंत्रण रेखा के मिडिल सेक्टर में छह से सात किमी के दायरे में सैन्य पोस्ट भी बना रहा है।
चीन अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास अपने मॉडल गांवों की संख्या तेजी से बढ़ा रहा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उत्तराखंड के बाराहोती के निकट आधुनिक सुविधाओं से लैस 300 से 400 घर वाला गांव 90 से 100 दिन में तैयार कर दिया गया।रिपोर्ट के मुताबिक, इस गांव को ऐसी जगह पर बसाया गया है जहां अतीत में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो चुकी है। इतना ही नहीं, चीन नियंत्रण रेखा के मिडिल सेक्टर में छह से सात किमी के दायरे में सैन्य पोस्ट भी बना रहा है। इन सभी इलाकों में चीनी सेना की गश्त भी जल्दी-जल्दी होने लगी है।
पहले जहां चीनी सैनिक इन इलाकों में तीन से चार महीने में एक बार गश्त करते थे, वहीं अब यह गश्त 15 दिनों पर होने लगी है। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा, पश्चिमी-लद्दाख, मध्य-हिमाचल और उत्तराखंड और पूर्वी-सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सेक्टर में बंटी हुई है