राहुल गांधी अपनी लंदन स्पीच पर शुक्रवार को लोकसभा में पक्ष रख सकते हैं। इससे पहले वे गुरुवार को संसद पहुंचे थे और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मिलकर सदन में भाषण के लिए वक्त मांगा था।
उधर, भाजपा उनसे माफी की मांग पर अड़ी है। BJP के निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी के सदन से निष्कासन की मांग की है। साथ ही कहा है कि उनके बयान की जांच करने के लिए एक जांच समिति बनाई जाए। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज पांचवां दिन हैं। पहले चार दिन राहुल गांधी के लंदन में दिए गए भाषण और अडाणी मामले में हंगामे की भेंट चढ़ गए।
भाजपा की स्पेशल कमेटी बनाने की मांग
सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के बयानों की जांच के लिए एक स्पेशल कमेटी बनाने की मांग की है। दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने यूरोप और अमेरिका में अपनी बयानों से लगातार संसद और देश की गरिमा को धूमिल किया है। इसलिए उन्हें संसद से निष्कासित करने का समय आ गया है। उनकी लोकसभा सदस्यता को समाप्त करने में मदद करनी चाहिए।
इस बीच, BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी से माफी मांगने कहा है। उन्होंने कहा- दुर्भाग्य की बात यह है कि कांग्रेस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गई है। जनता के बार-बार नकारे जाने के बाद राहुल गांधी इस देश विरोधी टूलकिट का एक परमानेंट हिस्सा बन गए हैं।
राहुल गांधी बोले- अडाणी मुद्दे पर डरे हैं PM, वे मुझे पार्लियामेंट में नहीं बोलने देंगे
लंदन में दिए गए भाषण को लेकर गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सफाई दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि मेरे भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी जो मैंने पब्लिक रिकॉर्ड से नहीं निकाली। सब कुछ यहां-वहां से जुटाया था। यह पूरा मामला डिस्ट्रैक्ट करने का है। दरअसल, प्रधानमंत्री अडाणी के मुद्दे से डरे हुए हैं। वे बताएं कि अडाणी से उनका क्या रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि साथ ही कहा कि लंदन में दिए गए भाषण के मुद्दे पर संसद में विस्तार से जवाब दूंगा। मैं सांसद हूं और संसद मेरा मंच है। राहुल ने कहा कि अडाणी को श्रीलंका, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया में ठेके मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री जी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के बीच क्या बात हुई पीएम जी उसके जवाब नहीं दे पाए।
मैं लोकसभा का सदस्य हूं। मेरी जिम्मेदारी अपनी बात संसद में रखने की है। मुझे कल संसद में अगर बोलने का मौका मिलता है तो वहां मैं डिटेल में इस विषय पर अपनी बात रखूंगा। हालांकि लगता है कि वे मुझे पार्लियामेंट हाउस में बोलने नहीं देंगे।
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