संसद के बजट सत्र के दूसरे फेज में चौथी दिन की कार्यवाही शुरू होते ही संसद को स्थगित कर दिया गया। कयास लगाए जा रहे थे कि आज राहुल गांधी भी संसद की कार्यवाही में शामिल होंगे। लेकिन, ससंद शुरू होते ही विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि अगर राहुल गांधी कुछ कहते हैं और उनकी वजह से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती हैं तो इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन अगर वे देश का अपमान करेंगे तो एक भारतीय के तौर पर हम चुप नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि राहुल को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए।
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि इससे पहले कई मौकों पर पीएम मोदी विदेश जाकर देश के खिलाफ बोले हें। ऐसे में सवाल ही नहीं उठता है कि राहुल अपने बयान को लेकर माफी मांगें।
मोदी ने बुलाई वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक, खड़गे के घर मिले विपक्षी दल के नेता
चौथे दिन का सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में शीर्ष मंत्रियों के साथ बैठक की। इनमें राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, अनुराग ठाकुर, किरेन रिजिजू और प्रह्लाद जोशी शामिल हैं। वहीं, समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के ऑफिस में मीटिंग में शामिल हुए।
तीसरे दिन हंगामे के कारण स्थगित हुई थी कार्यवाही
ससंसद के तीसरे दिन भी भाजपा और कांग्रेस में टकराव हुआ
संसद सत्र के तीसरे दिन भी भाजपा और कांग्रेस के बीच राहुल और अडाणी मुद्दे को लेकर जमकर टकराव हुआ। भाजपा ने जहां एक बार फिर लंदन में राहुल गांधी के दिए बयान को लेकर उनसे सदन में माफी की मांग की। वहीं कांग्रेस और विपक्षी दलों ने अडाणी-हिंडनबर्ग रिपोर्ट की JPC से जांच की मांग को लेकर हंगामा किया।
आखिरकार हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 2 बजे कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सत्र स्थगित होते ही विपक्ष ने ED ऑफिस की ओर कूच किया
सत्र स्थगित होते ही सभी मार्च के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें ED ऑफिस से ढाई किलोमीटर दूर विजय चौक पर ही रोक लिया। सांसद ED ऑफिस नहीं जा सके। करीब 25 मिनट तक विजय चौक पर ही प्रदर्शन करने के बाद सभी नेता संसद की ओर लौट गए।
खड़गे बोले- 200 सांसदों को रोकने के लिए 2 हजार पुलिसकर्मी लगा दिए
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘सरकार ने 200 सांसदों को रोकने के लिए 2 हजार पुलिसकर्मियों को लगाया है। वे बात लोकतंत्र की करते हैं, लेकिन हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को भी रोका जा रहा है। हम तो सिर्फ ED के ऑफिस जाकर अडाणी मामले की डिटेल इन्वेस्टिगेशन के लिए शिकायती चिट्ठी देना चाहते थे। हमें रोकना कौन सा लोकतंत्र है।’
प्रदर्शन में NCP और TMC शामिल नहीं हुई
प्रदर्शन में शरद पवार की NCP और ममता बनर्जी की TMC के सांसद शामिल नहीं हुए। संसद जब दो बजे के बाद दोबारा शुरू हुआ तो एक बार फिर इन्हीं मुद्दों पर हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद लगातार तीसरे दिन राज्यसभा और लोकसभा गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
TMC ने बताई कांग्रेस के साथ न जाने की वजह
अडाणी मामले और ED-CBI की कार्रवाई को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी TMC के सांसद कांग्रेस और विपक्ष के अन्य दलों से अलग प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पर TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि सत्ता पक्ष हो या मुख्य विपक्षी दल, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ हैं। बंगाल में कांग्रेस पार्टी भाजपा और CPM के साथ मिली हुई है, इसलिए हम कांग्रेस नेताओं द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं।
राहुल विदेश से लौटे, अडाणी के बहाने केंद्र पर निशाना साधा
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद में राहुल गांधी की उपस्थिति को लेकर मंगलवार को सवाल उठाया था। बुधवार को खबर आई कि राहुल विदेश से लौट आए हैं। वे आज संसद सत्र में भी शामिल हो सकते हैं। कुछ देर बाद राहुल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया और एक बार फिर अडाणी के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
राहुल ने लिखा- भारत का मिसाइल और रडार अपग्रेड कॉन्ट्रैक्ट अडाणी के स्वामित्व वाली कंपनी और इलारा नाम की एक संदिग्ध विदेशी संस्था को दिया गया है। इलारा को कौन कंट्रोल करता है? अनजान विदेशी कंपनियों को भारत के रणनीतिक रक्षा उपकरणों का नियंत्रण देकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता क्यों किया जा रहा है?