“त्वचा पर, यह डिहाइड्रेशान, लाली और जलन पैदा कर सकता है। समुद्र तट के सूरज के संपर्क में आने से संभावित फोटो डैमेज भी हो सकती है। इसलिए समुद्र तट पर अपना सनस्क्रीन लगाना और दोबारा लगाना न भूलें।”
बालों के लिए नमक के पानी के फायदे:
समुद्र तट का पानी आपके बालों में वॉल्यूम जोड़ सकता है क्योंकि समुद्री नमक का बालों की बनावट पर प्रभाव पड़ता है। यह आपके बालों के लिए फायदेमंद है। मगर इसकी उच्च नमक सामग्री, लंबे समय तक आपके बालों डिहाइड्रेट कर सकती है, जिससे वे सूखे और बेजान दिख सकते हैं।
डॉ गोयल ने कहा – “रासायनिक रूप से उपचारित बाल अधिक प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि यह पहले से ही नमी से रहित है। इस प्रकार अपने बालों को सूखने से बचाने के लिए, गोता लगाने से पहले प्राकृतिक बालों के तेल या लीव-इन कंडीशनर का उपयोग करने का प्रयास करें।”
गर्मी की छुट्टियां नजदीक हैं और हम में से ज्यादातर लोग बीच वेकेशन (Beach vacation) के लिए जाना चाहते हैं। रेत के उन छोटे-छोटे दानों पर टहलने के दौरान या जब खारा पानी हमारे पैरों को छूता है, तो हम सभी काफी रिलैक्स महसूस करते हैं। बीच की हवा और सनसेट किसे पसंद नहीं है? लेकिन क्या आप जानती हैं कि समुद्र आपको सिर्फ खुशी ही नहीं देता है, बल्कि ये आपकी स्किन और हेयर के लिए भी फायदेमंद है।
एक्सफोलिएशन क्यों जरूरी है?
त्वचा हर मिनट लगभग 50,000 त्वचा कोशिकाओं को बदलती है। इसलिए इसे एक्सफोलिएट करना बेहद जरूरी है। अगर ये कोशिकाएं आपके शरीर से जुड़ी रहती हैं, तो ये आपके रोमछिद्रों को बंद कर सकती हैं और ब्लैकहेड्स और मुंहासों जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
मगर, हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि खारे पानी और समुद्र तट की रेत के संपर्क में आने से हमारे बालों और त्वचा पर दो तरह का प्रभाव पड़ता है, जिसका अर्थ है कि यह फायदेमंद भी है और नुकसानदायक भी।
एक्सफोलिएशन के लिए कैसे करें समुद्र की रेत का उपयोग?
गीली रेत वास्तव में एक प्राकृतिक एक्सफोलिएंट है और यह आपके पैरों से, या आपके शरीर पर कहीं से भी मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाती है। रेत के संपर्क में आने के बाद आपको अपनी त्वचा भोत सॉफ्ट लग सकती है। मगर इसका मतलब ये नहीं है कि आप ये रेत लेकर अपने चेहरे पर लगा लें।
बस समुद्र के पानी में स्नान करना और समुद्र तट के आसपास मज़ेदार गतिविधियों में शामिल होना त्वचा को एक्सफोलिएट करने और नई त्वचा कोशिकाओं को पुन: उत्पन्न करने के लिए पर्याप्त है। इसलिए सुनिश्चित करें कि समुद्र तट की रेत का उपयोग केवल हाथों और पैरों पर किया जाए न कि चेहरे पर। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को समुद्र के पानी या रेत के संपर्क में ज्यादा समय बिताने से बचना चाहिए।
हेल्थशॉट्स ने मधुकर रेनबो हॉस्पिटल की डर्मेटोलॉजिस्ट, डॉ रश्मि शर्मा से बात की, जो इस बारे में कुछ देखभाल के टिप्स दे रही हैं।
डॉ शर्मा कहती हैं, “समुद्र तट की रेत एक हार्श एक्सफ़ोलिएटिंग एजेंट है। इसलिए जब भी स्किन एक्सफोलिएशन की बात आती है, तो जेंटल क्लींजर और एक्सफोलिएंट्स का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। मगर मेरा सुझाव है कि जो कुछ भी आसानी से उपलब्ध है या कोई भी ओवर-द-काउंटर उत्पाद सीधे त्वचा पर इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।”
समुद्र तट के खारे पानी का कैसा पड़ता है त्वचा और बालों पर प्रभाव
यदि आप वास्तव में अपनी त्वचा और बालों के लिए समुद्र तट का लाभ उठाना चाहती हैं, तो आपके लिए आदर्श विकल्प नमकीन समुद्र तट का पानी होना चाहिए। ‘समुंदर में स्नान’ के अद्भुत लाभ हैं। यहां तक कि डॉ. अनुप्रिया गोयल, डर्मेटोलॉजिस्ट और बर्कॉविट्स चेन ऑफ़ क्लीनिक्स की मेडिकल डायरेक्टर, इसका समर्थन करती हैं।
त्वचा के लिए नमक के पानी के फायदे:
डॉ गोयल कहती हैं “नमक का पानी तेल और सीबम उत्पादन को संतुलित कर सकता है। इसका हल्का एक्सफ़ोलीएटिंग प्रभाव भी होता है, जो त्वचा की बाहरी परतों के टर्नओवर को बढ़ाता है।”
हालांकि, समुद्र में सावधानी से स्नान करना चाहिए क्योंकि लंबे समय तक इसमें रहने से नुकसान भी हो सकता है।
“त्वचा पर, यह डिहाइड्रेशान, लाली और जलन पैदा कर सकता है। समुद्र तट के सूरज के संपर्क में आने से संभावित फोटो डैमेज भी हो सकती है। इसलिए समुद्र तट पर अपना सनस्क्रीन लगाना और दोबारा लगाना न भूलें।”
बालों के लिए नमक के पानी के फायदे:
समुद्र तट का पानी आपके बालों में वॉल्यूम जोड़ सकता है क्योंकि समुद्री नमक का बालों की बनावट पर प्रभाव पड़ता है। यह आपके बालों के लिए फायदेमंद है। मगर इसकी उच्च नमक सामग्री, लंबे समय तक आपके बालों डिहाइड्रेट कर सकती है, जिससे वे सूखे और बेजान दिख सकते हैं।
डॉ गोयल ने कहा – “रासायनिक रूप से उपचारित बाल अधिक प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि यह पहले से ही नमी से रहित है। इस प्रकार अपने बालों को सूखने से बचाने के लिए, गोता लगाने से पहले प्राकृतिक बालों के तेल या लीव-इन कंडीशनर का उपयोग करने का प्रयास करें।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा