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प्रयागराज में रेलवे ट्रैक पर मिला प्रतियोगी छात्र का शव:परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, ढाई साल पहले क्लासमेट की शिकायत पर छेड़खानी में गया था जेल

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प्रयागराज में नीट की तैयारी कर रहे छात्र का शव रेलवे क्रॉसिंग के पास ट्रैक के किनारे मिला। उसके सिर के पिछले हिस्से में काफी चोट है। जांघ और शरीर के अन्य हिस्से में भी चोट थी। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। लेकिन पुलिस हादसे की बात रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हालांकि अभी तक कोई तहरीर थाने में नहीं दी गई है।

बताया जा रहा है कि मृतक छात्र ढाई साल पहले क्लासमेट की शिकायत पर छेड़खानी के मामले में जेल गया था। जहां से उसे 7 महीने बाद जमानत मिली थी। उसके बाद से गांव में रहने वाली लड़की के परिवार और उसके परिवार के बीच दुश्मनी चल रही थी। यमुनानगर में इंडस्ट्रियल एरिया थाना अंतर्गत रामपुर निवासी अरुण कुमार मिश्रा पराग डेयरी में काम करते हैं। वह अपनी पत्नी मंजू मिश्रा, पांच बेटों सचिन, जीतू, रिशु, सुधांशु और शिवा मिश्रा और बेटी रिचा मिश्रा व एक अन्य बेटी के साथ अपने ससुराल छरीबना के पास मकान बनाकर रहते हैं।

सचिन मिश्रा ने बताया कि सेंट जॉन एकेडमी रामपुर और डीपीएस कॉलेज अरैल से इंटर तक की पढ़ाई करने वाला उसका छोटा भाई शिवा और विराट पढ़ाई में बहुत अच्छा था। वह प्राइवेट कॉलेज से बीएससी फर्स्ट ईयर का छात्र था। साथ में नीट की तैयारी करता था। इसके लिए वह जॉर्ज टाउन स्थित पांडेय क्लासेज में कोचिंग भी करता था। सचिन के अनुसार, उसके बाबा केसी मिश्रा रामपुर में रहते हैं। उनके लिए शिवा प्रतिदिन शाम को साइकिल से दूध पहुंचाने जाता था।

बाबा को दूध देने के लिए शिवा रोज की तरह बुधवार की रात में 7:30 बजे साइकिल लेकर रामपुर के लिए निकला था। रात में 8:00 बजे तक जब दूध रामपुर नहीं पहुंचा तो बाबा ने घर पर मां मंजू मिश्रा को फोन किया और पूछा कि आज शिवा क्यों नहीं आया। यह सुनकर मां ने कहा कि वह तो दूध लेकर 7:30 बजे ही निकल गया है। बाबा का फोन कटने के बाद मां ने शिवा को फोन मिलाया। शिवा ने कहा कि अभी वह बिजी है। थोड़ी देर में बात करता है। इतना कह कर वह फोन काट दिया।

मृतक शिवा की फाइल फोटो
मृतक शिवा की फाइल फोटो

थोड़ी देर बाद फाेन मिलाया तो पड़ोसी गांव के लड़के ने उठा कर बताया कि उसे फोन रेलवे क्रासिंग के पास पड़ा मिला है। रात 8:30 बजे मां ने फिर से फोन किया तो उसका फोन नहीं उठा। 9:00 बजे तीसरी बार फोन किया तो भोंदू नाम के एक मुस्लिम लड़के ने उसका फोन उठाया। बताया कि रामपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास उसे यह मोबाइल गिरा मिला है। यह सुनकर मंजू अपनी बेटी रिचा को लेकर घर से 400 मीटर की दूरी स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंची। भोंदू से शिवा का मोबाइल लेकर घर चली आई। जब 10:30 बजे तक शिवा नहीं आया तब उन्होंने सचिन और अन्य बेटों से बताया। उसके बाद शिवा की खोजबीन शुरू हो गई।

रात में 11:30 बजे के आसपास रेलवे क्रॉसिंग से पांचवी खंभे के पास रेलवे ट्रैक के किनारे शिवा की लाश मिली। उसका एक पैर का चप्पल लाश के पहले और दूसरे पैर का चप्पल कुछ दूर पर पड़ा हुआ था। उसकी साइकिल रेलवे क्रासिंग के पास रहने वाले एक मुस्लिम परिवार के घर के सामने खड़ी थी। इसमें दूध की टंकी भी टंगी हुई थी। उस परिवार की महिला का कहना है कि शिवा उसके पास आया था और शौच जाने के लिए डिब्बा एवं पानी मांगा था।

रात 10:00 बजे तक जब वह नहीं आया तो उसने उसकी साइकिल और दूध की टंकी घर के अंदर खड़ी करा दी। मां का कहना है कि गांव के ही पन्नालाल के यहां बेटी की शादी थी। उसमें उसे निमंत्रण में भी जाना था। घर से 101 रुपए निमंत्रण देने के लिए वह लिया हुआ था। उसके सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट थी। शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट लगी थी। सूचना के बाद पहुंची औद्योगिक क्षेत्र थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई

औद्योगिक क्षेत्र के एसआई विनय कुमार नामदेव का कहना है कि फिलहाल शव को देखने से हादसा लग रहा है। परिवार के लोगों ने भी अभी कुछ लिखकर नहीं दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाए तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। रेलवे क्रॉसिंग के आसपास के लोगों ने बताया कि वह शौच के लिए रेलवे लाइन की ओर गया था। कान में ईयर फोन लगाया था। आशंका है कि ईयर फोन लगाया था जिसकी वजह से वह ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया और धक्का लग गया। अब सवाल यह उठता है कि अगर वह ईयर फोन लगाया था तो जिस युवक ने उसका मोबाइल पाया उसने उसकी लाश क्यों नहीं देखी और अगर देखी तो बताया क्यों नहीं?

गांव की लड़की ने लिखाया था छेड़खानी का केस

भाई सचिन मिश्रा ने बताया कि शिवा जिस स्कूल में पढ़ता था वहीं गांव की एक लड़की भी पढ़ती थी। किसी बात को लेकर अगस्त 2020 में शिवा और उस लड़की के बीच विवाद हो गया। जिसमें लड़की ने अपने पिता के साथ मिलकर 16 अगस्त 2020 को शिवा के खिलाफ छेड़खानी धमकी समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी थी। पुलिस ने उसे उसी दिन गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। 26 फरवरी 2021 को शिवा जमानत पर छूट कर बाहर आया था। तब से वह अपनी नीट की तैयारी कर रहा था और भाई के दूध के धंधे में काम बटाता था।

हालांकि गांव के कुछ लोगों का कहना है कि दोनों के बीच अफेयर था। इसकी जानकारी होने पर लड़की पक्ष ने विरोध किया तो लड़के ने लड़की के घरवालों को धमकी दी कि वह उससे जबरन शादी करेगा। अगर कोई जोर जबरदस्ती करेगा तो वह उसे भगा ले जाएगा। इसी खुन्नस में लड़की के घरवालों ने छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा दिया था।

इनके अलावा औद्योगिक क्षेत्र के बेंदौ गांव निवासी रजनीकांत शुक्ला से भी सचिन मिश्रा और उसके परिवार का विवाद चल रहा था। सचिन का कहना है कि दोनों लोगों के बीच में मुकदमे बाजी हो रही है। रजनीकांत शुक्ला इस समय गैंगस्टर और धोखाधड़ी के मामले में जेल में बंद है। सचिन का आरोप है कि जेल से ही रजनीकांत शुक्ला कई बार फोन करके उसे और उसके परिवार को खत्म करने की धमकी दे चुके हैं।

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