सीतापुर में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर पिछले 8 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे एक बुजुर्ग का सब्र उस वक्त टूट गया जब प्रशासन ने उसकी समय बीत जाने के बाद भी सुनवाई नहीं की। बुजुर्ग ने आज प्रशासन की आंख खोलने और अपनी सुनवाई को पूरी कराने के लिए कलेक्ट्रेट में स्थित तकरीबन 30 फीट ऊंचे एक पेड़ पर जाकर बैठ गया।
बुजुर्ग के पेड़ पर बैठते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जंगल में आग की तरह खबर फैलते ही मौके पर पुलिस फोर्स और जिला प्रशासन के अधिकारी पहुंचकर मान मनोबल में जुट गए। मामला शहर कोतवाली इलाके का है यहां विकास भवन स्थित धरना स्थल पर 8 फरवरी 2022 से एक बुजुर्ग अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठकर धरना दे रहे थे।
भ्रष्टाचार का लगाया था आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक, तहसील लहरपुर के ग्राम नरिया परसिया निवासी 55 वर्षीय देशराज पासी अपने पीएम आवास, पशुबाड़ा और शौचालय की सूची से नाम प्रथक होने और साथ ही ग्राम विकास अधिकारी राकेश कुमार पर 30 हजार की घूस लेकर भी काम न कारवाने का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इन्ही मांगों को लेकर बुजुर्ग देशराज 8 फरवरी को विकास भवन के सामने भूख हड़ताल पर बैठते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। अफसरों की उदासीनता के चलते अधिकारी वहां से गुजरते हुए सब देखते थे, लेकिन बुजुर्ग की सुनने वाला कोई नहीं था।
डेढ़ वर्ष से कर रहे दौड़ भाग
देशराज ने बताया कि वह हद से अधिक परेशान हो चुके हैं। 18 महीने पहले दोनों बहू सरोजनी व ममता के जेवर बेचकर सेक्रेटरी की मांग पूरी की। सेक्रेटरी राजेश को 20 हजार व उसके सफाई कर्मी भाई विजय को 10 हजार रुपये दिए थे। देशराज ने लहरपुर में जेवर क्रेता का नाम भी बताया। डेढ़ वर्ष से दौड़ भाग कर रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा, कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही के पास भी गए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। देशराज ने कहा कि वह अधिकारियों के पास जाते हैं तो वे लोग तमाम सवाल करते हैं, कहते हैं क्यों पैसा दिया।
पेड़ पर चढ़कर किया हंगामा
भूख हड़ताल से परेशान बुजुर्ग ने आज सुबह सुबह ही धरना स्थल के पास बने पेड़ पर चढ़ गया। पेड़ पर चढ़ते ही पुलिस फोर्स और प्रशासनिक अधिकारियों के तकरीबन 2 घण्टे की मान मनौव्वल के बाद बुजुर्ग नीचे उतरा। इसके बाद प्रशासन के अफसरों ने पूरे मामले की जांच कराकर कार्यवाई करवाने और उसे आवास सहित अन्य चीजों को दिलवाने के आश्वसान दिया है।