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राष्ट्रीय परशुराम सेना के अध्यक्ष विमल तिवारी ने NSA लगाने और गिरफतार करने की मांग की

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राम चरित मानस पर दिए गए स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर लोगों में गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे देश से कड़ी प्रतिक्रिया मिलने के बाद बुधवार को राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित विमल तिवारी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य देशद्रोही, राष्ट्रद्रोही और रामद्रोही हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ NSA लगाकर जेल में डाल देना चाहिए। कहा कि हमारे संगठन ने अभी तक 10 एफआईआर दर्ज कराया है। योगी आदित्यनाथ से मांग है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अगर ऐसा न हुआ तो देशव्यापी आंदोलन होगा।

प्रेस वार्ता को संबांधित करते राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित विमल तिवारी।
प्रेस वार्ता को संबांधित करते राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्म वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित विमल तिवारी।
समाज में विद्रोह फैलाने का काम कर रहे स्वामी प्रसाद जैसे लोग

प्रयागराज के सिविल लाइंस में अयोजित प्रेस वार्ता में विमल तिवारी ने कहा कि वर्तमान में हिंदू विरोधी असामाजिक तत्व द्वारा कभी रामचरितमानस, कभी हिन्दू धर्म के धर्माचार्यों का अपमान किया जा रहा है। विशेषकर स्वामी प्रसाद मौर्या, चन्द्रशेखर द्वारा लगातार रामचरितमानस को लेकर भ्रान्तियां फैलाई जा रही हैं। स्वामी प्रसाद मौर्या, चन्द्रशेखर ये सभी देशद्रोही, राष्ट्रद्रोही और रामदोही हैं। इस सभी ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह के धर्म विरोधी लोगों के साथ मिलकर देश के अन्दर समाज में विद्रोह फैलाने का कार्य कर रहे हैं। साथ ही इन सभी ने विशेषकर ब्राह्मण जाति को अपना निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

वैदिक काल से है ब्रह्मणों का गौरवशाली इतिहास

विमल तिवारी ने आगे कहा कि इन देशद्रोहियों को ये नहीं पता कि ब्राह्मणों का इतिहास वैदिक काल से है। ब्राह्मणों ने ही ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की परम्परा को आगे बढ़ाया है। ब्राह्मणों ने ही सर्व समाज को एक साथ लेकर आगे बढ़ने का कार्य किया। जिस संविधान का रोना ये सभी रो रहे हैं, उस संविधान का निर्माण तभी सम्भव हो पाया है जब ब्राह्मणों ने अपने सीने में गोली खाई। मंगल पांडेय, चंद्रशेखर आजाद जैसे कितने नाम है जिन्होंने देश के लिए हंसकर अपने प्राणों की कुर्बानी दी। ये सभी ब्रह्मण ही थे। 650 साल गुलाम रहने के बाद भी ब्रह्मणों ने हिंदू धर्म को अडिग और अमिट रखा।

स्वामी जब भाजपा में थे तब क्यों नहीं राम चरित मानस की कमियां दिखाई दीं

विमल तिवारी ने सवाल खड़ा किया कि जब स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी में थे तब उन्हें राम चरितमानस और मनुस्मृति में कमियां क्यों नहीं दिखाई दे। दरअसल यह अवसरवादी लोग हैं जिनका कोई दीन ईमान नहीं है और ना ही कोई धर्म है। सत्ता लोलुपता ही इनका धर्म है। राम चरितमानस सनातन धर्म का सबसे बड़ा संविधान है। हर घर में इस ग्रंथ की पूजा की जाती है। स्वामी प्रसाद मौर्य को मनुस्मृति में कमियां दिखाई देती हैं। इसी मनु स्मृति में लिखा है कि कर्म के अनुसार व्यक्ति ब्राह्मण शूद्र होता है ना कि जन्म के अनुसार। यानी कर्म प्रधान है।

इतिहास गवाह है कि ब्राह्मण वंश के चाणक्य ने नंद वंश का नाश कर के एक पिछड़े जाति के चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया था।

हिंदू धर्म को मिटाने की साजिश है ये

अखिल भारतीय गोरक्षा पीठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर विष्णु दास जी महाराज ने कहा कि आज भारतीय संस्कृति पूरी दुनिया में सबसे अधिक मानी जाती है। ऐसे में भारतीय संस्कृति पर चारों ओर से प्रहार और आघात हो रहा है। हिंदू और हिंदुत्व को मिटाने की साजिश की जा रही है। यह चिंतनीय स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग देश में ही बैठकर भारतीय संस्कृति और सभ्यता अविनाश की साजिश कर रहे हैं। यह राष्ट्र और धर्म द्रोही हैं।

जगतगुरु रामानुजाचार्य योगेश्वराचार्य जी महाराज।
जगतगुरु रामानुजाचार्य योगेश्वराचार्य जी महाराज।
देशभर के साधु-संत सपा के खिलाफ चलाऐंगे अभियान

जगतगुरु रामानुजाचार्य योगेश्वराचार्य जी महाराज ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि रामचरितमानस, मनुस्मृति जैसे पूज्य ग्रंथों पर सवाल खड़े करना दंडनीय है। कोई भी सनातन धर्मी स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगा। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अगर प्रसाद मौर्या को पार्टी से नहीं निकालते हैं तो लोकसभा चुनाव 24 में समाजवादी पार्टी का समूल विनाश हो जाएगा। यह पार्टी रसातल में चली जाएगी। देशभर के साधु-संत समाजवादी पार्टी के खिलाफ एकजुट होकर प्रचार करेंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से मांग की प्रसाद मौर्य जैसे लोगों द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर सख्त कार्रवाई की जाए। स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ एनएसए लगाकर उन्हें जेल भेजा गया। जो भी रामचरितमानस मनुस्मृति या किसी भी धर्म के ग्रंथ का अपमान करें उस पर एनएसए की कार्यवाही की जाए। हिंदू धर्म हिंदू धर्म ग्रंथों और धर्म आचार्यों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले को कठोरतम कार्रवाई का प्रावधान किया जाए।

प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय सचिव आशुतोष त्रिपाठी, प्रदेश महासचिव सौरभ शुक्ला, प्रदेश सचिव जयवर्धन तिवारी, प्रदेश सचिव मनीष पांडेय, मंडल अध्यक्ष सारिका भारद्वाज, जिला प्रभारी जूही द्विवेदी, जिला अध्यक्ष अलका पांडेय, मीडिया प्रभारी सुनीता मिश्रा , नेहा मिश्रा व गौरव उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

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