पेट की चर्बी (Belly fat) के कारण बहुत सारी महिलाएं परेशान रहती हैं। पर जांघों पर जमी चर्बी (Thigh fat) उससे भी ज्यादा खतरनाक होती है। दरअसल, थाई फैट के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ, जेनेटिक्स, लिंग, वेट गेन, डाइट और लाइफस्टाइल के कारण भी इनर थाई पर चर्बी जमा हो जाती है। कमजोर मेटाबॉलिज्म के कारण भी जांघों पर फैट जमा होने लगता है, क्योंकि उम्र बढ़ने पर यह क्रिया धीमी हो जाती है। इसकी वजह से स्टोर फैट के बर्न होने की गति भी धीमी हो जाती है। तो अगर आप भी थाई फैट की समस्या से परेशान (how to get a thigh gap fast) हैं, तो आपकी मदद करने के लिए हम यहां कुछ योगासनों (Yoga to reduce thigh fat) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो जांघों पर जमी चर्बी को कम करने में आपकी मदद करेंगे।
इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने बात की जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट की सीनियर योग टीचर मिस दीपिका दीक्षित से।
दीपिका दीक्षित बताती हैं, “यदि आप अपनी जांघों पर जमी फैट को कम करना चाहती हैं, तो आपके लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि केवल जांघों से फैट को कम करने के लिए कोई विशेष आसन या एक्सरसाइज नहीं है। कुछ ऐसे एक्सरसाइज जरूर हैं, जो शरीर के अन्य क्षेत्रों की तुलना में पैर की सहनशक्ति (endurance) और ताकत (strength) पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे आपको टोंड थाइज (Toned thighs) प्राप्त करने में मदद मिलती है।’
योग है सर्वोत्तम
पैर की ताकत बढ़ाने और अतिरिक्त चर्बी को जलाने के लिए योग को सर्वोत्तम उपाय माना जाता है। योग मुद्रा में मांसपेशियों में खिंचाव (muscle stretching) और संपीड़न (compression) शामिल हैं, जो वेट लॉस में मदद करते हैं। फैट का उपयोग मांसपेशियों की एक्टिविटी के दौरान ईंधन के रूप में किया जाता है और इससे वजन कम होता है।
अतिरिक्त चर्बी को कम करने के लिए आप रोजाना विभिन्न प्रकार के आसन कर सकती हैं।
अंजनेयासन या क्रिसेंट मून क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग, कूल्हे के जोड़ों और ग्लूट्स में किसी भी तरह के खिंचाव से राहत दिलाता है। यह मांसपेशियों को मजबूत कर टोन करता है।
सेतु बंधासन या ब्रिज पोज शरीर के निचले हिस्से को टोन करता है और पीठ, ग्लूट्स, क्वाड्रिसेप्स और हैमस्ट्रिंग को मजबूत करता है।
इसी तरह, वीरभद्रासन या योद्धा 1 मुद्रा कूल्हों, पैरों और छाती को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। यदि आप इनर थाइ के फैट्स को हटाना चाहती हैं, तो यह आसन आपकी मदद कर सकता है। यह प्रभावी रूप से कैलोरी बर्न करता है और ओवरऑल आपके पैर सही तरीके से काम करने लगते हैं !
जानिए आप कैसे पा सकती हैं थाई गैप
इन दिनों हर लड़की थाईज के बीच में गैप (Thighs gap) चाहती है। भले ही आप परफेक्ट थाईज गैप को पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हों, लेकिन जान लें कि थाई गैप से कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं होता है। थाई गैप काफी हद तक आपकी बोंस की संरचना पर निर्भर करता है, जिसे बदलना मुश्किल है।
फिर भी यदि आप थाई गैप पाने के लिए कोशिश कर रही हैं, तो वाइड स्टांस स्क्वैट्स, पिलाटेज लेग लिफ्ट्स, ब्रिज राइज और बटरफ्लाई स्ट्रेच जैसी एक्सरसाइज कर सकती हैं।
हमेशा अच्छे योग टीचर के मार्गदर्शन में ही इस योग को करें। जांघों की चर्बी को कम करने के लिए 5 योगासन यहां हैं:
1 उत्कटासन
जमीन पर सीधी खड़ी हो जाएं। दोनों पैरों को फैला लें।
हथेली नीचे की तरफ रखते हुए दोनों हाथों को आगे की तरफ फैलाएं। हाथों को सीधा रखें।
घुटनों को धीरे-धीरे मोड़ें और पेल्विस को नीचे की तरफ ले जाएं। आपका पोज इस तरह होना चाहिए कि आप कुर्सी पर बैठी हुई लगें। इस स्थिति में एक मिनट तक रहा जा सकता है। इस दौरान लंबी सांस लेती रहें।
2 वीरभद्रासन
अपनी पीठ को सीधा रखें और ठोड़ी थोड़ा ऊपर उठा लें।
संतुलन बनाते हुए अपने दोनों हाथों को अपनी-अपनी साइड की तरफ रखें।
धीरे-धीरे हाथों को जोड़कर ऊपर की ओर उठाएं। एक पैर के घुटने को हल्का मोड़ते हुए दूसरे पैर को आगे ले जाएं।
ध्यान रहे आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए। आपका वजन आपके दोनों पैरों पर बराबर होना चाहिए।
अपनी आंख को हाथ पर केंद्रित करें। सिर पीछे की ओर होना चाहिए। इस आसन को दूसरे पैर से दोहराएं।
इसी स्थिति में धीरे-धीरे श्वास लें और छोड़ें।
3 नटराजासन
नटराजासन करने के लिए सीधी खड़ी हो जाएं।
फिर गहरी सांस लेते हुए बाएं पैर के घुटने को मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं और बाएं हाथ से पैर के अंगूठे को पकड़ें।
जितना हो सके इस मुद्रा में बाएं पैर को ऊपर उठाएं।
फिर अपने शरीर के ऊपरी भाग को आगे की ओर झुकाएं।
अब दाएं हाथ को आगे की ओर सीधा कर खींचने की कोशिश करें। कुछ सेकेंड तक इसी अवस्था में बने रहें।
धीरे-धीरे पहली वाली स्थिति में आ जाएं। इसे दूसरे पैर के साथ भी करें।
4 सेतु-बंध आसन
फर्श पर लेट जाएं।
अपने पैरों को फर्श पर रखते हुए अपने घुटनों को मोड़ें। अपनी एड़ियों को अपने नितम्बों के नजदीक लाएं।
टेलबोन और नितंबों को ऊपर की ओर उठाएं। सांस बाहर छोड़ें।
अपनी जांघों और भीतरी पैरों को समानांतर रखें। अपनी उंगलियों को इंटरलॉक कर अपने हाथों को अपने पेल्विस के नीचे रखें।
जांघों को ऊपर उठाएं
अपने घुटनों को एड़ी के ऊपर सीध में रखकर छाती को ठोड़ी की ओर उठाएं।
इस मुद्रा में कुछ सेकेंड्स तक रहा जा सकता है।
5 नौकासन
पीठ के बल लेट जाएं।
गहरी सांस लेते हुए दोनों पैरो को ऊपर उठाते जाएं।
दोनों हाथों को पैरों के समानान्तर रखें। अपने शरीर को 45 डिग्री पर रखें।
इस दौरान कोहनी और घुटना मुड़ना नहीं चाहिए।
इस अवस्था में कुछ सेकेंड्स रहने के बाद नीचे की ओर आराम से आ जाएं।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा