भारत और श्रीलंका के बीच मंगलवार को गुवाहटी में पहला वनडे मैच खेला गया। इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा के श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका के मांकडिंग रन आउट होने के बाद वापस बुला लिया। रोहित के इस दरियादिली की तारीफ हो रही है।
दरअसल श्रीलंका पारी का आखिरी ओवर मोम्मद शमी कर रहे थे। दासुन शनाका 98 रन पर थे। वे नॉन स्ट्राइक एंड पर थे। शमी ओवर की तीसरी गेंद फेंक रहे थे। उसी समय शनाका नॉन स्ट्राइक छोड़कर क्रीज से काफी आगे निकल गए थे। मोहम्मद शमी ने उन्हें आउट कर दिया। इसके बाद फील्ड अंपायर ने रन आउट पर अंतिम फैसला के लिए थर्ड अंपायर की तरफ इशारा किया। उसी समय शमी और रोहित शर्मा ने अपील वापस ले ली। बाद में शनाका ने अपना शतक पूरा किया। यह मैच श्रीलंका 67 रन से हार गई। शनाका 88 गेंदों पर 108 रन बनाकर नाबाद रहे।
मैच के बाद आखिरी ओवर में इस ड्रामे पर एंकर ने सवाल किया तो रोहित शर्मा ने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि शमी ने ऐसा किया है, वह 98 रन पर खेल रहे थे, हम उन्हें ऐसे आउट नहीं कर सकते थे, जैसे शमी ने किया था। शनाका शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, ऐसे में हम नहीं चाहते थे कि उन्हें इस तरह से आउट किया जाए। ‘
क्या है मांकडिंग
नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़ा बल्लेबाज जल्दी रन चुराने के चक्कर में क्रीज से बाहर आकर खड़ा हो जाता है। वहीं बॉलर गेंद फेंकने से पूर्व बल्लेबाज के बाहर होने पर रन आउट कर देता है। इसे मांकडिंग कहा जाता है। इसे पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड के नाम पर मांकडिंग कहा जाता है।
दरअसल साल 1947-48 में सिडनी में भारत की क्रिकेट टीम का मुकाबला आस्ट्रेलिया की टीम से हुआ था, जिसमें वीनू मांकड ने इसी तरीके से आस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बैटर बिल ब्राउन को आउट किया था। इससे पूर्व उन्होंने बैटर को इसे लेकर चेतावनी भी दी थी। बाद में आस्ट्रेलिया की मीडिया ने इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और इसे ‘मांकडिंग’ नाम दे दिया।
ICC ने भी मांकडिंग रन आउट
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने भी नियमों में बदलाव करते हुए मांकडिंग रन आउट को मान्यता दे दी है।