जापान में 16 से 26 जनवरी तक होने वाले वायु सेना के युद्धाभ्यास वीर गार्जियन (भारत जापान) में भारतीय वायुसेना का दल रविवार को जापान के लिए रवाना हो गया। इस युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए जोधपुर से 4 सुखोई फाइटर जेट के साथ टीम ने जापान के लिए उड़ान भरी। युद्धाभ्यास में इंडियन एयरफोर्स की महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी नया इतिहास गढ़ने जा रही हैं।
जापान में होने वाले हवाई युद्धाभ्यास में पहली बार भारत से महिला पायलट अवनी चतुर्वेदी (स्क्वॉड्रन लीडर) हिस्सा ले रही हैं। दल में सुखोई-30 की महिला पायलट स्क्वॉड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी शामिल हैं, विदेशी धरती पर होने वाले किसी भी हवाई युद्धाभ्यास भाग लेने वाली अवनी देश की पहली महिला पायलट होंगी।
स्क्वॉड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी सुखाेई-30 की पायलट हैं और जोधपुर से जाने वाले दल में शामिल हैं। वैसे तो देश की दो महिला लड़ाकू पायलट ने फ्रांसीसी वायुसेना सहित कई देशों की सेना के साथ युद्धाभ्यास किया है, लेकिन किसी महिला वायु सैनिक के लिए विदेश जाकर युद्धाभ्यास करने का ये मौका पहली बार है।
अवनी चतुर्वेदी हैं Su-30MKI की पायलट
स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी फाइटर प्लेन सुखोई 30MKI की पायलट हैं। उन्होंने 2018 में अकेले मिग-21 भी उड़ाया था। अवनी अपनी बैचमेट भावना कांत और मोहना सिंह के साथ साल 2016 (जुलाई) में फ्लाइंग ऑफिसर बनी थीं।
इसके साथ ही ये तीनों (अवनी, भावना, मोहना) देश में पहली बार फाइटर पायलट बनी थीं। अवनी चतुर्वेदी मध्य प्रदेश के रीवा शहर से नाता रखती हैं। वे फ्रांसीसी वायु सेना सहित भारत आने वाली विदेशी टुकड़ियों के साथ युद्धाभ्यास में भाग लेती रही हैं। अब यह पहली बार है जब वह विदेशी भूमि पर देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
मध्यप्रदेश की बेटी, राजस्थान में पढ़ाई
अवनी चतुर्वेदी ने अपना पूरा प्रशिक्षण हैदराबाद की वायु सेना अकादमी से लिया है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दियोलैंड (शहडोल, मध्यप्रदेश) से पूरी की है। मध्यप्रदेश का यह एक छोटा सा शहर है। अवनी ने 2014 में अपनी स्नातक प्रौद्योगिकी वनस्थली विश्वविद्यालय (निवाई, टोंक) राजस्थान से कंप्यूटर साइंस विषय में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और भारतीय वायु सेना की परीक्षा भी पास की।
अवनी के पिता मध्य प्रदेश सरकार के जल संसाधन विभाग में इंजीनियर और मां गृहिणी हैं। उनका भाई निरभ सेना में कैप्टन है। अवनी को टेनिस खेलना और पेंटिंग करना पसंद है। उन्हें अपने परिवार के सेना अधिकारियों से प्रेरणा मिली। अवनी को अपने कॉलेज के फ्लाइंग क्लब से कुछ घंटे की उड़ान का मौका मिला, जिसने उन्हें भारतीय वायुसेना मे शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
जापान के ओमिटामा में हायकुरी एयरबेस पर ‘वीर गार्जियन’
भारत और जापान की वायु सेनाओं के बीच यह युद्धाभ्यास पहली बार हो रहा है जिसे नाम दिया गया है- ‘वीर गार्जियन’। ओमिटामा (जापान) में हयाकुरी एयरबेस पर होने वाले इस युद्धाभ्यास में सुखोई स्क्वाड्रन के सीओ ग्रुप कैप्टन अर्पित काला भी भारतीय दल का हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि यह हमारे लिए अलग तरह का अनुभव होगा।
हाई और लो स्पीड में होगी वॉर प्रैक्टिस
स्क्वाड्रन लीडर भावना कांत ने भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित Su- 30MKI लड़ाकू विमान पर कहा कि इस विमान के बारे में अद्वितीय बात यह है कि इससे उच्च गति और कम गति दोनों पर युद्धाभ्यास किया जा सकता है। इसमें कई बार ईंधन भरने के कारण बहुत लंबी दूरी के मिशन पूरे किए जा सकते हैं।
चीन को जवाब देने के लिए साथ आए भारत-जापान
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से शांति का रास्ता अपनाने वाले जापान ने चीन की आक्रामकता का उसी भाषा में जवाब देने की ठान ली है। चीन जिस तरह भारत को परेशान करता आया है उसी तरह जापान को भी परेशान कर रहा है। ऐसे में जापान ने शांति की नीति ख़त्म करते हुए एक बार फिर सेना के निर्माण का फैसला लिया है।
ऐसा पहली बार है जब भारत व जापान साथ में युद्धाभ्यास कर रहे हैं। यह युद्धाभ्यास भारतीय वायु सेना (IAF) और जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (JASDF) मिलकर ‘वीर गार्जियन-2023’ नाम से खतरनाक एयर डिफेंस सैन्य अभ्यास करेंगे। ये युद्धाभ्यास जापान के हयाकुरी हवाई अड्डे पर आयोजित किया जा रहा है।
यह विमान होंगे शामिल
इंडियन एयरफोर्स की ओर से इस युद्धाभ्यास में चार Su-30 MKI जेट, दो C-17 विमान और एक IL-78 विमान शामिल होंगे। वहीं, जापानी एयरफोर्स की तरफ से चार एफ-2 और चार एफ-15 विमान हिस्सा लेंगे।