वाराणसी में कोहरे की वजह से सीएम का विमान उड़ान नहीं भर सका। सीएम 10 मिनट तक स्टेट प्लेन बैठे रहे। लेकिन, पायलट ने उड़ान भरने से मना कर दिया। इसके बाद योगी सर्किट हाउस वापस लौट गए। रात में वह यहीं पर रुकेंगे। सोमवार सुबह मौसम साफ होने पर सीएम लखनऊ के लिए रवाना होंगे।
अधिकारियों का कहना है कि सीएम योगी का काफिला सर्किट हाउस से सड़क मार्ग से 7:57 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा। मगर, घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी 300 मीटर से कम थी। ऐसी स्थिति में उनका स्टेट प्लेन उड़ान नहीं भर सका। इसके बाद वह काफिले के साथ सर्किट हाउस वापस लौट गए।
इससे पहले सुबह विजिबिलिटी कम होने के कारण दोपहर 2 बजे तक किसी भी फ्लाइट की लैंडिंग ही नहीं हो सकी। फ्लाइट हवा में ही चक्कर काटती रहीं। इसके बाद फ्यूल खत्म होने की आशंका में 5 फ्लाइट को लखनऊ, रांची और कोलकाता एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया। बता दें, सीएम योगी BHU के स्वतंत्रता भवन में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होने आए थे। इस दौरान उन्होंने टेंट सिटी का निरीक्षण भी किया।
धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत है
सीएम ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम में किसानों को संबोधित किया। सीएम ने कहा, ”गौ आधारित प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार गंभीर है और उन्हें योजनाओं के जरिए लाभ दिया जा रहा है।”
योगी ने कहा, ”जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धरती और जल का ही हुआ है। धरती माता के साथ खिलवाड़ गलत है। केमिकल युक्त खेती की जगह गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जाए। यूपी में गंगा किनारे के जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।”
कहा, ”इसके लिए प्राकृतिक परिषद का गठन किया गया है। खुद के विकास के लिए लोग पर्यावरण को जहरीला बनाते जा रहे हैं। जीवन का अस्तित्व पांच तत्वों क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा से ही है। इसे अब बचाने की जरूरत है।”
भारत दुनिया को नया मार्गदर्शन देगा
मुख्यमंत्री ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले एक वर्ष तक भारत जी-20 देशों का नेतृत्व करके दुनिया को नया मार्गदर्शन देगा। यह भारत के लिए गर्व की बात है। प्रयागराज कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे और दुनिया के सामने सुरक्षा, सुव्यवस्था व स्वच्छता का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत हुआ था।”
योगी ने कहा, ”जब हमारे देश की आजादी के अमृत महोत्सव की वर्ष की आहट हुई थी, तब दुनिया में कोरोना वायरस की भी आहट सुनाई दे रही थी। दुनिया कोरोना जैसे महामारी में पूरी तरह पस्त हो चुकी थी। लेकिन, भारत लोकतांत्रिक मूल आदर्श का सम्मान करते हुए अपने 140 करोड़ की आबादी के लिए स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर रहा था।”
सीएम ने कहा, ”आज चीन कोरोना वायरस के चपेट में है। मंदी के कगार पर है। चीन ने जो कोरोना वैक्सीन बनाई थी, वह फेल हो गई। भारत में दो कोरोना वैक्सीन उस समय बनी थी। जिसकी दुनिया के सबसे प्रभावी वैक्सीन में गिनती होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस ब्रिटेन ने हम पर 200 वर्षों तक शासन किया था, आज उसी को पछाड़ कर भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।”
उन्होंने कहा, ”1 दिसंबर से लेकर 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास दुनिया के 20 बड़े देशों के लिए नीति बनाने का अवसर प्राप्त हुआ है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल नेतृत्व करेगा, बल्कि दुनिया को एक नया मार्गदर्शन देगा।”
पंच भूतों के प्रति श्रद्धा भाव रखें
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्य भैयाजी जोशी ने भी किसानों को संबोधित किया। उन्होंने भारतीय चिंतन को विज्ञान के रूप में रखते हुए जन सामान्य को पंच भूतों के प्रति श्रद्धा भाव रखने की परंपरा को विकसित करने की संकल्पना को धरातल पर लाने की बात कही। कहा कि विश्व अभी भी भ्रमित हो दोराहे पर खड़ा है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, ”आज पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन की चर्चा जोरों से है, इसके लिए मानव जाति ही जिम्मेदार है। ऐसी परिस्थिति में किसी न किसी को आगे आकर सुधार करना ही होगा। भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांतों पर आधारित है। पूर्वजों के इस ज्ञान को और अधिक शक्ति प्रदान करने की आवश्यकता है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके अलावा रैन बसेरों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने वहां रह रहे लोगों से उनका हालचाल लिया। इस दौरान लोगों ने किसी भी तरह की असुविधा न होने की बात कही