काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में रैंगिंग के मामले में फंसाने के विरोध में धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। कैंपस में सेंट्रल ऑफिस स्थित कुलपति कार्यालय के सामने बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) के छात्र रैंगिंग में मिली सजा का विरोध कर रहे हैं। भावी डेंटिस्ट का कहना है कि उनके कुछ दोस्तों को जबरन रैंगिंग के मामले में 6 महीने के लिए निलंबित किया गया है। वहीं, BDS सेकेंड ईयर के 4-5 छात्रों पर 25 हजार रुपए तक जुर्माना भी लगाया गया है।
उधर, छात्रों ने कहा कि UGC को दी गई रिपोर्ट में उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है। हमे जो भी सजा दी गई है, उसे वापस लिया जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन हमारा समर्थन करे। वहीं, इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए छात्रों के दूसरे धड़े ने कहा कि जूनियर छात्रों की रैंगिंग का मामला सही है। जो भी जुर्माना लगाया गया है, वह सब तथ्यों के आधार पर ठीक है। अब ये लोग अपने इस कृत्य के लिए विश्वविद्यालय का समर्थन मांग रहे हैं।
सीनियर्स बोले- हमने नहीं की अभद्रता
सेंट्रल ऑफिस पर छात्रों ने कमेटी की रिपोर्ट दिखाई। कहा कि फर्स्ट ईयर के छात्रों के एप्लीकेशन में उनके साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं हुई है, लेकिन कमेटी द्वारा फर्स्ट ईयर के छात्रों के साथ अभद्रता और रैगिंग का आरोप लगाते हुए सस्पेंड किया गया है। कहा कि उनका सस्पेंशन आर्डर जल्द से जल्द वापस लिया जाए, जिससे वे आगामी परीक्षाओं में शामिल हो सके।
शाम 4 बजे की रैंगिंग कमेटी की मीटिंग में होगा फैसला
विश्वविद्यालय रैगिंग कमेटी के तरफ से आज शाम 4:00 बजे मीटिंग बुलाई गई है। इसमें इन सभी छात्रों को आमंत्रित किया गया है। छात्रों का कहना है कि कैसे विश्वास करें कि कमेटी हमारे पक्ष में बात करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे पक्ष में फैसला नहीं आता तब तक हम यही रहेंगे। फर्स्ट ईयर के छात्रों ने समर्थन दिया, लेकिन यहां के सुरक्षाकर्मियों ने फर्स्ट ईयर के छात्रों को वापस भेज दिया। सुरक्षाकर्मियों पर छात्रों ने धमकाने का भी आरोप लगाया है।
5 छात्रों पर निलंबन और फाइन की कार्रवाई
एक छात्र ने बताया कि BDS के 6 छात्राें पर कार्रवाई हुई है। 25 हजार का जुर्माना और 6 माह का निलंबन, वहीं, एक छात्र विवेक गुप्ता पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, कुछ सीनियर्स ने जूनियर को अपशब्द भी बोले हैं। ऐसे में पकड़े जाने पर ये लोग बातें बना रहे हैं।