मोदीनगर में पीएचडी छात्र अंकित खोखर की हत्या करने के बाद मुख्य आरोपी उमेश शर्मा ने देवेन्द्रपुरी कॉलोनी के लोगों से मेलजोल काफी बढ़ा लिया था। किसी को शक न हो, इसलिए वह पहले की तरह ही सामान्य जिंदगी जीता रहा। आरोपी को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस की ओर से सोमवार को कोर्ट में याचिका डाली जाएगी।
मृतक के शव के टुकडे को तलाशना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। शव के टुकडे फेंकने में इस्तेमाल की गई कार भी अभी तक बरामद नहीं हुई है।
कालोनी के लोग भी सदमे में
जिला बागपत के थाना छपरौली के गांव मुकन्दपुर निवासी अंकित खोखर (38) की हत्या से देवेन्द्रपुरी व राधा एन्कलेव कॉलोनी के लोग सदमे में हैं। देवेन्द्रपुरी कॉलोनी के लोगों का कहना है कि अंकित खोखर काफी मिलनसार था। जब भी आता था तो सभी का हॉलचाल पूछता था। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि जब पता चला कि अंकित की हत्या हो गई है तो एकाएक किसी को विश्वास नहीं हुआ।
उमेश शर्मा के व्यवहार में आया बदलाव
6 अक्टूबर की सुबह को नाश्ता करने के लिए अंकित बुलेट से देवेन्द्रपुरी कॉलोनी में उमेश शर्मा के घर पर आया था। दो घंटे तक रहने के बाद वह वापस राधा एन्कलेव कॉलोनी में चला गया था। बताया जा रहा है कि छह से आठ अक्टूबर तक उमेश शर्मा कॉलोनी में नहीं आया था। बताया जा रहा है कि दो माह से उमेश शर्मा के व्यवहार में काफी बदलाव आ गया था। अब वह कॉलोनी के लोगों से काफी घुलमिल गया था।
शव के टुकडे तलाशना चुनौती
पुलिस पूछताछ में उमेश शर्मा ने बताया था कि अंकित खोखर की गला दबाकर हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरी से शव के तीन टुकड़ों किए थे। इसके बाद शव के टुकडों को खतौली , मंसूरी नहर व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे किनारे खेत में फेंक दिया था। नहर में फेंके गए शव के टुकड़े मिलने की उम्मीद पुलिस खो चुकी है। पुलिस अब ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे किनारे खेतों में शव के टुकडों की तलाश कर रही है।