राष्ट्र सेविका समिति प्रारंभिक वर्ग का उद्घाटन हवन के साथ हुआ।
बौद्धिक सत्र का प्रारंभ मुख्य अतिथि शहर के गणमान्य व्यवसायी व समाजसेविका विनीता दुग्गल एवं प्रोफेसर डॉक्टर मृदुला त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलन कर किया। मुख्य वक्ता पूर्वी क्षेत्र की क्षेत्र प्रचारिका शशि जी ने बताया कि राष्ट्र की निस्वार्थ भाव स्वप्रेरणा से सेवा करने वाली बहनों का संगठन है राष्ट्र सेविका समिति। जब हमारा देश भारत माता गुलामी की बेड़ियों से जकड़े हुए था तब 1936 में विजय दशमी के दिन नागपुर में हमारी आद्य संचालिका लक्ष्मीबाई केलकर जिन्हें हम मौसी जी भी कहते है ने इस संगठन का रोपण किया।
उन्होंने बताया कि हमें केवल घर-घर में सीता का निर्माण करना है राम अपने आप मिल जाएंगे। हमें सशक्तिकरण की आवश्यकता नहीं है हम सशक्त हैं हमें केवल अपनी शक्ति को जगाने की आवश्यकता है। मातृशक्ति ईश्वर की प्रतिनिधि है संगठन का उद्देश्य तेजस्वी राष्ट्र का पुनर्निर्माण करना है । हम हवन में जाति पाति, अमीरगरीब क्षेत्रादि की भिन्नता को हवन में स्वाहा करके ऐसे भाव से राष्ट्र उत्थान की भावना लेकर आगे बढ़ेंगे। अपने देश में समिति की 3000 शाखाएं से भी अधिक और 62 सेवा प्रतिष्ठान है जिनमें सेवा, स्वावलंबन एवं शिक्षा पर कार्य किया जाता है। मै आप सब को यह बताना चाहती हू की 7 दिनों के प्रशिक्षण में हम सीखेंगे कि अल्प संसाधनों में हम कितना बेहतर कर सकते हैं और भारत माता की साधना का व्रत लेकर हम यहां से जाएंगे।
वर्गाधिकारी मंजू दरबारी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रांत कार्यवाहिका माया पांडे ,प्रांत संपर्क प्रमुख देवयानी ,प्रांत तरुणी प्रमुख आभा , प्रांत प्रचार प्रमुख ऋचा नारायण , विभाग शारीरिक प्रमुख मोमी डे , प्रयागराज दक्षिण भाग कार्यवाहिका प्रिया तिवारी , प्रयागराज उत्तर भागकार्यवाहिका पूनम पदाधिकारियों के रूप में उपस्थित रहीं।