दिल्ली-एनसीआर में तापमान में गिरावट होने के साथ ही अब सर्दी का एहसास बढ़ने लगा है । उत्तर भारत के राज्यों में दिसंबर की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव दिखने को मिल रहा है। दिल्ली समेत कुछ इलाकों में सुबह के समय कोहरा छाया है तो कई जगहों पर आसमान में स्मॉग और धुंध की चादर दिखाई दे रही है। तापमान में कमी और हवाओं की रफ्तार सुस्त पड़ने के कारण प्रदूषण का स्तर भी गिरता जा रहा है।
एयर क्वालिटी के गंभीर कैटेगरी में जाने की वजह वेंटिलेशन और हवा की कम गति रही। इसके बाद ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के अनुसार एनसीआर में चरण-III प्रतिबंध लागू कर दिए गए। इसके तहत निर्माण और तोड़फोड़ से जुड़ी गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध में प्लंबिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, वायरिंग आदि सहित गैर-प्रदूषणकारी निर्माण कार्यों को छूट दी गई है।
एयर क्वालिटी के गंभीर कैटेगरी में जाने की वजह वेंटिलेशन और हवा की कम गति रही। इसके बाद ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के अनुसार एनसीआर में चरण-III प्रतिबंध लागू कर दिए गए। इसके तहत निर्माण और तोड़फोड़ से जुड़ी गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध में प्लंबिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, वायरिंग आदि सहित गैर-प्रदूषणकारी निर्माण कार्यों को छूट दी गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में अभी और गिरावट देखने को मिलेगी। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सर्दी बढ़ने के साथ हवा की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद नहीं है। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से आज (सोमवार), 5 दिसंबर की सुबह करीब 7 बजे के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार, यूपी के नोएडा, हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 350 के पार दर्ज की गई है।
राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारण फिर से निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (एक्यूएमसी) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि रविवार शाम को दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 407 दर्ज किया गया था।