अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने भारत को लेकर चीन के खतरनाक इरादों का खुलासा करते हुए भारतीय सीमा पर चीन की नई सैन्य चौकी बनाए जाने को चिंताजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि चीन का यह फैसला बढ़ती क्षेत्रीय आक्रामकता का एक और चिंताजनक संकेत है।
अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा है कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन की सेना यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक नई चौकी स्थापित की गयी है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने पैंगोंग त्सो में सैनिकों को रखने के लिए सैन्य चौकी बनाई है। राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने पुराने ढर्रे पर चलना नहीं छोड़ा है। देश में अब भी घरेलू दमन, उइगर मुस्लिमों से क्रूर उत्पीड़न और ऑनलाइन गलत सूचना के प्रयासों में वृद्धि जारी है। उन्होंने दावा किया है कि भारत से ताइवान जलडमरूमध्य तक चीन के बढ़ते प्रयास वास्तव में अंतरराष्ट्रीय सैन्य आक्रमण के संकेत भी हैं।
अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने यह भी कहा कि चीन की आक्रामक महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए जरूरी है कि अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ सुरक्षा और खुफिया सहयोग का विस्तार करे। उन्होंने कहा है कि अमेरिका को यह साफ संदेश देना चाहिए कि वह भारत, ताइवान और पूरे क्षेत्र में लोकतंत्र के साथ खड़ा है। साथ ही उन्होंने अमेरिका से अपने सहयोगियों के साथ रिश्तों का विस्तार करने की मांग भी की है। उन्होंने साफ कहा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बढ़ती आक्रामकता का चेहरा दुनिया के सामने लाना जरूरी है।