विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का धरना प्रदर्शन गुरुवार से हड़ताल में बदल गया। मेरठ में सभी अधिकारी, कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए। इस दौरान काफी संख्या में महिला कर्मी भी हड़ताल में शामिल हुईं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक वे हड़ताल जारी रखेंगे। वहीं हड़ताल के दौरान विद्युत संबंधी कार्य बाधित होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली, प्रोन्नति, कैशलेस इलाज की सुविधा दिए जाने, संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने, बिजली कर्मचारियों व पेंशनरों को पूर्व की भांति रियायती बिजली दिए जाने, उत्तर प्रदेश विद्युत परिषद का पुनर्गठन आदि मांग रखीं।
कर्मचारियों ने कहा कि आज से पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों समेत पूरे उत्तर प्रदेश में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं हड़ताल जारी रहेगी। धरना प्रदर्शन में काफी संख्या में महिला कर्मचारी भी शामिल हुईं।
नहीं हो पाए बिल भी जमा
हड़ताल के कारण उपभोक्ता बिजली बिल, मीटर सबंधी शिकायतों को लेकर भटकते रहे लेकिन कहीं कोई कार्य नही हो सका। 1365 सविदा कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हुए। मेरठ में 160 बिजली घरों पर ताला लगा रहा।