भारतीय नौसेना अकादमी ने 252 अधिकारी तैयार किये हैं, जिनमें 103 भारतीय नौसेना अकादमी कोर्स के मिडशिपमैन हैं। शानदार पासिंग आउट परेड में सफल प्रशिक्षुओं ने अपनी चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ सैल्यूट की मुद्रा में मार्च किया। पास आउट हुए प्रशिक्षुओं में 07 मित्र देशों के 16 विदेशी कैडेट एवं 35 महिलाएं भी शामिल हैं। भारतीय नौसेना अकादमी बीटेक कोर्स के लिए ‘प्रेसिडेंट्स गोल्ड मेडल’ मिडशिपमैन अनिवेश सिंह परिहार को दिया गया।
नौसेना प्रवक्ता के मुताबिक एझिमाला स्थित नौसेना अकादमी में शनिवार को हुई शानदार पासिंग आउट परेड (पीओपी) में 252 प्रशिक्षु शामिल हुए। इनमें भारतीय नौसेना अकादमी कोर्स के 103 मिडशिपमैन, नेवल ओरिएंटेशन कोर्स (नियमित) के 36 कैडेट, नेवल ओरिएंटेशन कोर्स (कोस्टगार्ड) के 36 कैडेट, नेवल ओरिएंटेशन कोर्स (विदेशी) के 36 कैडेट, नेवल ओरिएंटेशन कोर्स (एक्सटेंडेड) के कैडेट शामिल थे। पास आउट हुए प्रशिक्षुओं में 07 देशों के 16 विदेशी कैडेट एवं 35 महिलाएं भी शामिल हैं।
परेड की समीक्षा एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण ने की और सेरेमोनियल रिव्यू पूरा होने पर मेधावी मिडशिपमैन और कैडेट्स को पदक प्रदान किए। भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट वाइस एडमिरल पुनीत के. बहल कंडक्टिंग ऑफिसर थे। भारतीय नौसेना अकादमी बीटेक कोर्स के लिए ‘प्रेसिडेंट्स गोल्ड मेडल’ मिडशिपमैन अनिवेश सिंह परिहार को दिया गया। इसके अलावा आईएनएसी बीटेक पाठ्यक्रम के लिए मिडशिपमैन मनोज कुमार को सीएनएस रजत पदक दिया गया। आईएनएसी बीटेक कोर्स के लिए एफओसी-इन-सी साउथ ब्रॉन्ज मेडल मिडशिपमैन विश्वजीत विजय पाटिल को मिला।
इसके अलावा एनओसी के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक कैडेट गौरव राव को, एनओसी के लिए एफओसी-इन-सी साउथ सिल्वर मेडल कैडेट राघव सरी को, कमांडेंट, एनओसी के लिए आईएनए कांस्य पदक कैडेट आरोन अजीत जॉन को, एनओसी (नियमित) के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक पी यास्मिथा एन को, कमांडेंट, एनओसी (नियमित) के लिए आईएनए रजत पदक केआर पद्मावती को, सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड महिला कैडेट के लिए ज़मोरिन ट्रॉफी यास्मिथा एन को, एनओसी के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक कैडेट हर्ष अशोक शर्मा को, कमांडेंट, एनओसी के लिए आईएनए रजत पदक पवन कुमार गांडी को और कमांडेंट, आईएनए एनओसी के लिए कांस्य पदक तेजस अनूप श्रीवास्तव को दिया गया।
पासिंग आउट परेड में सफल प्रशिक्षुओं ने अपनी चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ सैल्यूट की मुद्रा में मार्च किया। इस दौरान मर्मस्पर्शी विदाई धुन पारंपरिक ‘औल्ड लैंग सिने’ बजाई गई, जो दुनियाभर में सशस्त्र बलों की विदाई के समय बजाई जाती है। एयर मार्शल बलभद्र राधा कृष्ण ने परेड में प्रशिक्षुओं को उनकी शानदार मौजूदगी, स्मार्ट ड्रिल और परेड में मूवमेंट के लिए बधाई दी।
समीक्षा अधिकारी ने कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल मूल्यों पर जोर दिया। समीक्षा अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पासिंग आउट प्रशिक्षुओं को स्ट्रिप्स लगाईं और कठोर प्रशिक्षण के सफल समापन के लिए उन्हें बधाई दी। ये अधिकारी विशेष क्षेत्रों में अपने प्रशिक्षण को और बेहतर बनाने के लिए नौसेना के विभिन्न जहाजों एवं प्रतिष्ठानों में जाएंगे।