नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बुधवार को कहा कि समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र शांतिपूर्ण समुद्री क्षेत्र पर निर्भर है। उन्होंने कहा, हिंद-प्रशांत महासागर इनिशिएटिव (आईपीओआई) में इसे हासिल करने की दिशा में होने वाले सामूहिक प्रयासों को लयबद्ध करने और तालमेलपूर्ण बनाने की अपार क्षमता है।
नौसेना प्रमुख हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद (आईपीआरडी) के चौथे संस्करण को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि समुद्री आतंकवाद और उन्नत प्रौद्योगिकियों के प्रसार ने सुरक्षा ढांचे को और जटिल बना दिया है। बता दें कि आईपीआरडी भारतीय नौसेना का एक शीर्षस्तरीय अंतरराष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन है।
इससे पहले मंगलवार को रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद-2022 का थीम ‘हिंद-प्रशांत महासागर इनिशिएटिव का संचालन’ है। इसके बारे में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने चर्चा की थी। हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद-2022 का आयोजन 25 नवंबर तक होगा। नौसेना प्रमुख ने कहा कि आईपीओआई का उद्देश्य आपसी हित के क्षेत्रों की पहचान कर मौजूदा तंत्र का लाभ उठाना है।
यह संवाद परस्पर सात स्तंभों पर केंद्रित है। जिनमें समुद्री सुरक्षा, समुद्री पारिस्थितिकी, समुद्री संसाधन, आपदा जोखिम में कमी और प्रबंधन, व्यापार-कनेक्टिविटी और समुद्री परिवहन, क्षमता-निर्माण और संसाधन साझा करना और विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं शैक्षणिक सहयोग शामिल हैं।