उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-ताइबा के आतंकी ड्ड्यूल को ध्वस्त कर नागरिकों और सुरक्षाबलों पर हमले की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। इस दौरान दो आतंकियों व दो मददगारों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और आईईडी तैयार करने की सामग्री बरामद की गई। इन्हें सार्वजनिक स्थानों पर आईईडी के जरिए धमाके करने की जिम्मेदारी सीमापार से सौंपी गई थी।
एक अधिकारी ने बताया कि बांदीपोरा पुलिस ने सेना की 13 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ की टीम के साथ गुंडबल नर्सरी में एक तलाशी अभिायन शुरू किया। इस दौरान लश्कर से जुड़े दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। उनकी पहचान रख हाजिन निवासी मुसैब मीर उर्फ मोया और गुलशनाबाद हाजिन निवासी अराफात फारूक वागे उर्फ डॉ. आदिल के रूप में हुई है।
इनके पास से एक एके-47 राइफल, एक एके-56 राइफल, चार एके मैगजीन, कारतूस, आरडीएक्स पाउडर, कीलें,बॉल बेयरिंग, 9 बोल्ट की बैटरी, डेटोनेटर, आईईडी मैकेनिज्म सर्किट, रिमोट कंट्रोल, लूज वायर, लोहे के पाइप बरामद किया गया। अधिकारी ने बताया कि संयुक्त दल ने पूछताछ के आधार पर आतंकियों के मददगार इमरान मजीद मीर उर्फ जफर भाई निवासी वांगीपोरा सुंबल और सुरैया रशीद वानी उर्फ सेंटी उर्फताबिश निवासी वहाब पर्रे मोहल्ला हाजिन को दो हथगोले और अन्य आपत्तिजनक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया।
पीओके का बाबर चला रहा था मॉड्यूल
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आतंकी मॉड्यूल को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) से लश्कर कमांडर समामा उर्फबाबर नियंत्रित कर रहा था। आम जनता के मन में डर पैदा करने के लिए उसने मॉड्यूल को नागरिकों और सुरक्षाबलों पर बड़े हमले करने के निर्देश दिए थे। उन्हें किसी भी भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थान पर एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट करने का भी काम सौंपा गया था।
सुरक्षाबलों को बधाई। आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर एक बड़ी वारदात को टाल दिया। यह उत्तरी कश्मीर के आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने की दिशा में बड़ी कामयाबी है।