Search
Close this search box.

बिहार के दो बदमाश मुठभेड़ में ढेर, दरोगा अजय यादव को मारी थी गोली

Share:

बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ वाजिदपुर और भेलखा गांव के बीच रिंगरोड पर पुलिस टीम ने सोमवार तड़के दरोगा अजय यादव को गोली मारने वाले दो बदमाशों को मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया। इस दौरान मारे गये बदमाशों का एक साथी मौके से भागने में सफल रहा।

पुलिस टीम ने मौके से दरोगा अजय यादव की लूटी गई सरकारी पिस्टल के 32 बोर की देसी पिस्टल, एक बाइक, मोबाइल और कुछ कागजात बरामद किए हैं। मुठभेड़ में मारे गये बदमाश सगे भाई बताये गये। दोनों की शिनाख्त काफी देर बाद हुईं। सूचना पाते ही मौके पर पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश और अन्य मौके पर पहुंचे। मुठभेड़ में क्राइम ब्रांच का आरक्षी शिव गोली लगने से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।

पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि रोहनिया में चौकी प्रभारी को गोली मारने वाले बिहार के बदमाश रात को किसी भी वक्त हरहुआ वाजिदपुर रिंग रोड के रास्ते शहर में आने वाले है। इसके बाद पुलिस ने वाजिदपुर भेलखा के समीप रिंगरोड पर घेराबंदी की। तड़के एक काले रंग की बाइक पर सवार तीन युवकों को आता देख पुलिस ने उन्हें रुकने का संकेत किया। यह देख बदमाश गोली चलाने लगे। आत्मरक्षा में क्राइम ब्रांच और बड़ागांव पुलिस टीम को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इस मुठभेड़ में क्राइम ब्रांच का आरक्षी शिव गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने कुछ ही देर में दो बदमाशों को ढेर कर दिया। इनका तीसरा साथी भागने में कामयाब हो गया।

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने मीडिया को बताया कि बिहार पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाना के गोलवा निवासी सगे भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष सिंह के तौर पर हुई हैं। पुलिस टीम को चकमा देकर भाग निकला बदमाश उनका भाई लल्लन सिंह हैं। तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं। तीनों का आपराधिक इतिहास का पूरा ब्योरा बिहार पुलिस से मांगा गया है। बताया गया कि तीनों पटना जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे, तभी से बिहार पुलिस इनके तलाश में थी, लेकिन ये तीनों भाई भागकर वाराणसी में शरण लिए थे। तीनों भाइयों ने छह मार्च, 2017 को पटना के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पीएनबी बैंक की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूट लिए थे।

इस दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीनों इसी कांड के आरोपित थे। इन तीनों पर पूर्व मे एक दारोगा, एक एएसआइ की भी हत्या करने का आरोप था। मारे गये बदमाश पांच भाई है, एक भाई सीधा साधा है जो समस्तीपुर में गांव पर रहता है, इनका एक और भाई किसी संगीन जुर्म में झारखंड की जेल में बन्द हैं। बाकी ये तीनों सगे भाई संगठित तरीके से लगातार अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।

Leave a Comment

voting poll

What does "money" mean to you?
  • Add your answer

latest news