कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास 18 नवंबर को हिमस्खलन की चपेट में आए शहीद तीन जवानों को सेना ने रविवार को श्रद्धांजलि दी। शहीदों के शव को उनके पैतृक स्थानों पर भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
रविवार को बादामी बाग छावनी में आयोजित एक सम्मान समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला, चिनार कॉर्प्स कमांडर और सभी रैंकों ने शहीद नायक गायकवाड़ मनोज लक्ष्मण राव, शहीद लांस नायक मुकेश कुमार और शहीद गनर सौविक हाजरा को श्रद्धांजलि दी। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि 18 नवंबर को गश्त के दौरान राव और कुमार हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे, जबकि सौविक हाजरा को हाइपरथर्मिया हो गया था। प्रवक्ता ने कहा कि तीनों बहादुरों को हवाई मार्ग से 168 एमएच कुपवाड़ा ले जाया गया, हालांकि उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्होंने सैन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रवक्ता ने बताया कि राव, कुमार और हाजरा के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थान ले जाया जाएगा, जहां उनका पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में सेना शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है और बनी हुई है और उनकी गरिमा और भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि शहीद गायकवाड़ मनोज लक्ष्मण राव 41 साल के थे और 2002 में सेना में शामिल हुए थे। महाराष्ट्र के धुले जिले की तहसील, पोस्ट धुले के गाँव चुंचकेडे के निवास राव के परिवार में उनकी पत्नी हैं। 22 वर्षीय शहीद मुकेश कुमार 2018 में सेना में शामिल हुए थे। वह राजस्थान के नागौर जिले के तहसील लाडनूं के पोस्ट रोडू गांव सजवंतगढ़ के रहने वाले थे और उनके परिवार में उनकी मां हैं। 22 साल के शहीद सौविक हाजरा 2019 में सेना में शामिल हुए थे। वह गांव खमारबेरिया, पोस्ट ओंडा तहसील बांकुरा सदर, जिला बांकुड़ा पश्चिम बेंगा का रहने वाला थे।