गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर के निकट भैरवनाथ मंदिर निर्माण तीर्थ यात्रा ना होने से तीर्थ यात्रियों तथा स्थानीय भक्तों को दिक्कतें हो रही हैं। कई वर्ष पूर्व कोठा भवन जिसमें भैरवनाथ मंदिर अवस्थित था, को तोड़ा गया है उसके बाद यहां पर भूमि बंजर पड़ी है।
लगभग 8 वर्ष के बाद भी भैरवनाथ अपने व्यवस्था और सुरक्षित स्थान की तलाश में है । 8 वर्षों में भैरव नाथ की मूर्तियां को अर्धनारीश्वर मंदिर में रखी गई हैं। बद्री केदार मंदिर समिति प्रतिवर्ष केदारनाथ बद्रीनाथ मंदिर समिति सहित अन्य मंदिरों से 30 करोड़ से अधिक आय अर्जित करती है। बावजूद इसके यहां पर एक भवन तक निर्मित नहीं किया जा रहा है। अर्धनारीश्वर मंदिर के भाग में खाली पड़ी भूमि पर यदि कर्मचारी चाहे तो विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण कर सकते हैं । वर्तमान समय पर विश्वनाथ मंदिर में 12 से अधिक कर्मचारी नियुक्त हैं। खाली पड़ी भूमि पर फूलों की खेती की जा सकती है।
कर्मचारियों ने बताया कि वर्ष 2016 में दिल्ली के प्रसिद्ध व्यवसायी दिनेश कनोडिया द्वारा भैरवनाथ मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया था लेकिन तब से लेकर आज तक दिनेश कनोडिया के साथ संपर्क नहीं हो पा रहा है। उक्त मंदिर के निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। सामाजिक कार्यकर्ता भजन सिंह पवार ने कहा कि उन्होंने कई बार एक कर्मचारियों और पूर्व अध्यक्ष से इस निर्माण के लिए आश्वस्त किया था, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई भी कार्य नहीं हो पाया है।