अजमेर में ससुराल आए एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और सास को चाकू से बेरहमी से गोद दिया। वहीं आरोपी की हैवानियत देखकर उसकी 13 साल की बेटी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। आरोपी खून से सना चाकू लेकर करीब आधे घंटे तक खड़ा रहा। घायल मां-बेटी को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार मलूसर रोड शांतिनगर तालाब के पास निवासी ईश्वरदास के यहां गुरुवार अपराह्न साढ़े 3 बजे दामाद दिनेश दोड़िया चाकू लेकर घुस गया। उसने बेटी एकता को ले जाने से रोकने वाले को मारने की धमकी दी। जैसे ही पत्नी कमरे से बाहर आई, उसने चाकू से कमर और पेट के पास ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बेटी को बचाने के लिए 71 वर्षीय चम्पा देवी दौड़ी। आरोपी ने वृद्धा पर भी हमला कर दिया और चाकू घोंपते हुए उसने बेरहमी से गला रेत दिया।
मां और नानी को लहूलुहान देख बेटी एकता ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर बड़ी संख्या में पड़ोसी जुट गए, लेकिन आरोपी चाकू लहराता रहा। सूचना पर क्लॉक टावर थाने के दो सिपाही मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी को खून से सने चाकू के साथ दबोच लिया, जबकि जख्मी मां-बेटी को एम्बुलेंस से जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया। भीड़ में घिरा देखकर आरोपी ने खुद को पुलिस से बचाने की गुहार लगाई।
बेटी के सामने किया हमला
एकता ने बताया कि कि वह कमरे में पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान उसके पिता दिनेश चिल्लाते हुए मकान में दाखिल हुए। उसने कमरे के बाहर देखा तो दिनेश ने रंजना के चाकू मार दिया। बचाव में गई नानी चम्पा देवी के पर भी चाकू से वार किया। उसने घबरा कर कमरा बंद कर लिया। एकता ने बताया कि इससे पहले भी पिता उसे उठाकर ले गए थे। कई बार मां और नाना-नानी को धमका चुके हैं।
पुलिस जांच में सामने आया कि दिनेश और रंजना की शादी 14 साल पहले हुई थी। इसके तीन साल बाद ही रंजना पारिवारिक कलह के चलते बेटी एकता को लेकर पीहर आ गई थी। उसने पति दिनेश के खिलाफ महिला थाने में वाद दायर कर दिया, जो पारिवारिक न्यायालय में विचाराधीन है।