राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं पूर्व मंत्री जीतेंद्र आव्हाड की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने इस कार्रवाई को गलत तथा अवैध बताया है। राकांपा ने जीतेंद्र आव्हाड की गिरफ्तारी के विरोध में ठाणे में शनिवार को प्रदर्शन किया।
शिंदे-फडणवीस सरकार के मंत्री एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कानून तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूबे में किसी भी कीमत पर गुंडागिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर कोई भी फिल्म किसी को पसंद नहीं है तो उसके विरोध के कई तरीके हैं। फिल्म थिएटर के बाहर गले में फिल्म न देखने का बैनर लटकाकर लोगों से अपील की जा सकती है। कोई विचार अगर पसंद नहीं है तो उसे सभी पर नहीं लादा जा सकता है। राज्य में मारपीट का किसी भी कीमत पर समर्थन नहीं किया जाएगा।
बालासाहेब की शिवसेना के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि जीतेंद्र आव्हाड के मामले में पुलिस पर किसी भी तरह का दबाव नहीं है। इस मामले में पुलिस खुद अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है।
ठाणे के एक मॉल में फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवाने और तोड़फोड़ के मामले में आव्हाड को ठाणे की वर्तकनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों और राकांपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई थी। इस सिलसिले में ठाणे पुलिस ने केस भी दर्ज किया था। वर्तकनगर पुलिस ने आज आव्हाड को अदालत में पेश किया। आव्हाड ने अदालत परिसर में पत्रकारों को बताया कि उनकी जमानत न हो, इसलिए चाणक्य का बार-बार पुलिस को फोन आ रहा है। आव्हाड ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में गलत जानकारी देने वालों का विरोध करने पर उन्हें जेल में भी जाना पड़ा तो वे तैयार हैं। उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है, जबकि इस घटना में घायल व्यक्ति ने खुद बयान दिया है कि उसे मैंने (जीतेंद्र आव्हाड) ही बचाया था।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति संभाजी राजे ने कहा कि फिल्म ‘हर हर महादेव’ में जो कुछ भी दिखाया गया है, वह वास्तविकता से परे है। वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और राकांपा नेता सुप्रिया सुले, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात ने भी आव्हाड की गिरफ्तारी को सरकार की ओर से दबाव के तहत की गई कार्रवाई बताया है।